मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ‘खालिस्तान’ के नाम से धमकी, जी-20 बैठक से पहले रखी यह मांग

Threat to Chief Minister Pushkar Singh Dhami in the name of 'Khalistan', this demand placed before the G-20 meeting
Threat to Chief Minister Pushkar Singh Dhami in the name of 'Khalistan', this demand placed before the G-20 meeting
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रुद्रपुर: पंजाब से फरार खालिस्तान समर्थक, और ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके भगोड़े साथियों की तलाश के बीच उत्तराखंड में हड़कंप मच गया। प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को धमकी दी है। पन्नू ने रामनगर को खालिस्तान का हिस्सा बताते हुए बैठक के दौरान खालिस्तान के समर्थन में झंडे लगाने की बात कही। कहा गया कि यदि उत्तराखंड में उनके संगठन से जुड़े लोगों पर केस हुए तो इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। धमकी भरे रिकॉर्डेड संदेश के बाद उत्तराखंड पुलिस, और खूफिया तंत्री सुपर एक्टिव हुए हैं। नैनीताल जिले में रामनगर में होने वाली प्रस्तावित जी-20 (G-20) बैठक से पहले प्रदेश के मुखिया को धमकी मिलने के बाद हाई अलर्ट जारी किया गया है। यूपी बॉर्डर पर भी अलर्ट है।

पुलिस जांच में कई हैरान करने वाले मामलों का खुलासा है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि प्रतिबंधित संगठन के मुखिया पन्नू ने विदेश से मोबाइल ऐप और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से धमकी भरी कॉलें की थीं। अब तक की पुलिस जांच में यही सामने आ रही है। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि इसके अलावा उसने कुछ खास ग्रुपों जैसे मीडिया, पुलिस और सरकारी कर्मचारियों को ही ज्यादा रिकॉर्डेड कॉल की गईं थीं। इसके आधार पर पुलिस इस धमकी से ज्यादा पब्लिसिटी स्टंट मान रही है।

हालांकि, एहतियात के तौर पर रामनगर में होनी वाली जी-20 की बैठक को लेकर सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी गई है। पुलिस के साथ ही एसटीएफ और खुफिया एजेंसियां सुरक्षा लेकर मुस्तैद हो गई हैं। डीजीपी अशोक कुमार सहित तमाम बड़े अधिकारी सुरक्षा की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। मालूम हो कि रविवार रात रामनगर को खालिस्तान का हिस्सा बताते हुए बैठक के दौरान वहां खालिस्तान के झंडे लगाने और समर्थकों पर मुकदमों के लिए सीएम धामी को जिम्मेदार ठहराने वाली धमकी दी गई थी।

जिसके बाद सुबह तक पुलिस व तमाम सुरक्षा एजेंसियां इस तरह की कॉलों को ट्रेस करने में जुटी हुईं थीं। लेकिन, अब तक की जांच में सामने आया है कि कॉल लोकल से नहीं की गई है। बल्कि, मोबाइल ऐप और सॉफ्टवेयर की मदद से लोकल नंबर उसमें डिसप्ले कराए गए। जबकि कॉलें जिन डिवाइसों से हुईं उनकी आईपी लोकल की नहीं मिलीं हैं। जांच में ये भी सामने आया है कि उत्तराखंड में सिख फार जस्टिस या खाली स्थान के कोई समर्थक चिन्हित नहीं हो पाए हैं। आपको बता दें कि 28 से 30 मार्च तक रामनगर में जी-20 कार्यक्रम प्रस्तावित है।

डीआईजी एसटीएफ,सेंथिल अबुदेई ने बताया कि पुलिस की अब तक की जांच में यह सामने आ रही है कि ये धमकी से ज्यादा पब्लिसिटी स्टंट ही है। हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोजन स्थल सहित पूरे जिले में सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी गई है। बताया कि जांच में इस बात का पता चला है कि कॉलें मोबाइल ऐप या फिर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से की गईं हैं। संदिग्धों की पकड़ के लिए उनकी आईपी ट्रेस की जा रही है। इसके अलावा ये भी पता लगाया जा रहा है कि इसमें कहीं कोई स्थानीय व्यक्ति या अन्य तो शामिल नहीं है। अबुदेई ने साफतौर पर कहा कि धमकी देने वालों के इरादे कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे।

जैमर, बुलेट प्रूफ वाहन और कंमाडो के सुरक्षा घेरे में जाएंगे मेहमान
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में रामनगर में प्रस्तावित जी-20 सम्मेलन के लिए मंगलवार को विदेशी मेहमान पंतनगर पहुंचेंगे। यहां से रुद्रपुर होते हुए रामनगर के लिए रवाना होंगे। इसके लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। सोमवार को सचिव सूचना, औद्योगिक विकास एवं जी-20 सम्मेलन के नोडल अधिकारी पंकज पांडे और जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

वहीं मेहमानों को ले जाने वाली बसों के साथ फुल ड्रेस फ्लीट रिहर्सल की गई। विदेशी मेहमानों का काफिला कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकलेगा। करीब 35 से अधिक वाहनों की फ्लीट में जैमर और बुलेटप्रूफ सुरक्षा वाहनों को शामिल किया गया है। सोमवार को प्रशासन व पुलिस ने फुल ड्रेस फ्लीट रिहर्सल की। इस दौरान एक बार फिर से सुरक्षा इंतजामों को जांच गया। डीएम ने बताया कि मंगलवार दोपहर बाद जी-20 देशों के करीब 70 डेलीगेट्स पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।

यहां उनका परंपरागत कुमाउनी लोकगीतों और छोलिया नृत्य के साथ स्वागत किया जाएगा। इस दौरान डेलीगेशन में शामिल महिलाओं को पिछौड़ा और पुरुषों को परंपरागत कुमाउनी टोपी पहनाते हुए तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया जाएगा। यहां पर मेहमानों के लिए वेलकेम ड्रिंक्स आदि की व्यवस्था रहेगी। इसके लिए एयरपोर्ट के बाहर प्रीफैब्रिकेटेड विश्राम गृह बनाया गया है। साथ ही मोबाइल टॉयलेट आदि की सुविधा भी दी गई है।

यहां से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मेहमान रुद्रपुर स्थित होटल रेडिसन ब्लू पहुंचेंगे। यहां मेहमानों के लिए लंच की व्यवस्था रहेगी। इसके बाद डेलीगेशन विशेष बसों से रामनगर को रवाना होंगे। वहीं सूत्रों के मुताबिक, मेहमानों की सुरक्षा के लिए फ्लीट में विशेष जैमर वाहन और बुलेटप्रूफ सुरक्षा वाहन के साथ कंमाडो का भी सुरक्षा घेरा रहेगा। साथ ही पुलिस के सुरक्षा वाहन, हथियारबंद सुरक्षा कर्मी समेत एंबुलेंस आदि की व्यवस्था रहेगी। सोमवार को ड्रोन से भी रूट की निगेहबानी की गई। वहीं आईजी डॉ.नीलेश आंनद भरणे ने भी सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।

विशेष विमान से आएंगे विदेशों के डेलीगेट्स
जी-20 सम्मेलन में शामिल होने आ रहे विदेशी डेलीगेट्स विशेष विमान से पंतनगर पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि दोपहर एक से डेढ़ बजे के बीच पंतनगर एयरपोर्ट पर विमान की लैडिंग होगी।

लिंक मार्ग पर रोका जाएगा ट्रैफिक
जी-20 के मेहमानों को रामनगर तक ले जाने वाले रूट पर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम रहेंगे। मेहमानों की फ्लीट जाते समय अलग-अलग जगहों पर एक तरफ टाइमिंग के हिसाब से आम ट्रैफिक के लिए जीरो जोन बनाए जाने की संभावना है। हाईवे पर मिलने वाले लिंक मार्गों पर भी बैरिकेडिंग लगाकर ट्रैफिक रोका जाएगा।

हेलीकॉप्टर से दिल्ली से पहुंचे जी-20 के लिए उच्चाधिकारी
जी-20 में विदेशी मेहमानों के साथ ही भारत के उच्चाधिकारी भी शामिल होंगे। जी-20 की व्यवस्थाओं के लिए दिल्ली से भी अधिकारी आ रहे हैं। सोमवार को पुलिस लाइन में दिल्ली से अधिकारियों को लेकर हेलीकॉप्टर पहुंचा। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन से व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली।

हर डेलिगेशन के साथ एक पीएसओ रहेगा तैनात
विदेशी मेहमानों के साथ पुलिस अधिकारियों के पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसरों की भी ड्यूटी लगाई गयी है। यह हर देश के डेलीगेट्स के साथ रहेंगे। यह स्थानीय स्तर पर जरूरी जानकारियां भी डेलीगेट्स को देंगे।

मेहमानों के आगमन पर रहेगा जीरो जोन
पुलिस अधिकारियों के अनुसार 29 मार्च को मुख्यमंत्री, राज्यपाल के भी आने का कार्यक्रम है। रविवार को रामनगर महाविद्यालय में हुई ब्रीफिंग में आईजी कुमाऊं डॉ.नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि 28 को विभिन्न देशों से मेहमान रामनगर पहुंचे। पंतनगर-बाजपुर होते हुए गणप्पू-बैलपड़ाव से रामनगर का रूट तय किया गया है। आगमन के दौरान रूट जीरो जोन रहेगा।

सम्मेलन के लिए 74 किमी में सुरक्षा खाका तैयार
प्रदेश के अब तक के सबसे बड़े इवेंट जी-20 सम्मेलन के लिए पुलिस प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। पुलिस प्रशासन की ओर से कार्यक्रम के लिए 74 किमी के दायरे में सुरक्षा का खाका तैयार कर लिया गया गया है। जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जी-20 सम्मेलन के लिए 20 देशों के प्रतिनिधि और भारतीय वैज्ञानिक 28 मार्च को चॉपर से पंतनगर पहुंचेंगे।

पैंट और शर्ट में दिखेंगे प्रशासनिक अधिकारी
अमूमन बड़े सरकारी आयोजनों में सरकारी अधिकारी पूरे प्रोटोकॉल में ड्रेस कोड के साथ नजर आते हैं। इसमें काले कोट और पैंट के साथ टाई लगी होती है। वहीं इस आयोजन के लिए ड्रेस कोड में पैंट और शर्ट को शामिल किया गया है।

जी 20 में बजार बंद अफवाह झुठी
रामनगर होने जा रहे जी20 सम्मेलन को लेकर शहर में अफवाह का बजार गर्म हो गया है। बीते कई दिनों से शहर में जी20 सम्मेलन को लेकर बजार बंद रहने की अफवाह ने लोगों की चिंता बढ़ा दी थी। अफवाह का खंडन करते हुए व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा कि जी20 प्रदेश में होना गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि 28,29,30 मार्च को बाजार खुला रहेगा। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है।