पंजाब-हरियाणा सीमा पर ‘युद्ध’ जैसे हालात, बॉर्डर सील, 50 कंपनियां तैनात, 15 जिलों में धारा 144 लागू

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चंडीगढ़. इन दिनों हरियाणा-पंजाब सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण हैं. तैयारियां ऐसे चल रही हैं, जैसे कोई युद्ध लड़ा जाना है. सरकार ने बॉर्डर के आसपास के जिलों की सीमाएं सील कर दी गई हैं. मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है. इतना ही नहीं, बल्‍क में SMS भी नहीं भेजा जा सकता है. पुलिस ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है. राज्‍य के पुलिस महानिदेशक (DGP) संबंधित क्षेत्रों के पुलिस कप्‍तानों से लगातार संपर्क में हैं. DGP खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं. तैयारियों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवायजरी भी जारी की है, ताकि लोगों को आने वाले दिनों में दिक्‍कतों का सामन नहीं करना पड़े और वे पहले से ही सजग व सतर्क रहें.

दरअसल, ये सभी तैयारियां किसानों के ‘दिल्‍ली चलो’ आह्वान को देखते हुए की जा रही हैं. किसान संगठनों ने अपनी विभिन्‍न मांगों को लेकर 13 फरवरी को दिल्‍ली कूच करने का आह्वान किया है. इसे देखते हुए हरियाणा प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है, ताकि किसी तरह की अप्र‍िय घटना न हो. बताया जा रहा है कि इस मार्च में 200 किसान यूनियन शामिल होंगे. किसान संगठनों ने सरकार के सामने अनेकों मांगें रखी हैं. किसान संगठनों की मुख्‍य मांग न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य (MSP) को आनिवार्य बनाने के लिए कानून बनाने और उसे लागू करने की है. मांग पूरी न होने की स्थिति में उन्‍होंने दिल्ल मार्च का आह्वान किया है.

हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट सर्विस सस्‍पेंड
किसानों के दिल्‍ली मार्च आह्वान को देखते हुए हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार विशेष सतर्कता बरत रही है. हरियाणा के 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही बल्‍क में SMS भेजने को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके अलावा पंजाब से लगी सीमाओं को सील कर दिया गया है. प्रदेश सरकार ने अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट सेवा सस्‍पेंड कर दिया है. हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने अंबाला से लगते शंभू बॉर्डर क्षेत्र का दौरा कर तैयारियों का जायजा भी लिया है. हरियाणा पुलिस ने ट्रैफिक एडवायजरी भी जारी की है, ताकि आमलोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े.

200 से ज्‍यादा किसान यूनियन का समर्थन
संयुक्‍त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने मांगें पूरी न होने की स्थिति में ‘दिल्‍ली चलो’ मार्च का आह्वान किया था. इन दोनों किसान संगठनों की मांग के समर्थन में 200 से ज्‍यादा किसान यूनियन उतर आए हैं. किसानों ने 13 फरवरी 2024 को दिल्‍ली मार्च करने की घोषणा की है. किसानों के आह्वान को देखते हुए सरकार के साथ ही पुलिस-प्रशासन भी सतर्कता बरत रहा है. इससे पहले उत्‍तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था. बाद में सरकार के आश्‍वसान के बाद उन्‍होंने अपना आंदोलन स्‍थगित कर दिया था.