भोपाल: मध्य प्रदेश में मानसून कमजोर हो रहा है। गुरुवार को लगातार तीसरे दिन प्रदेश के बहुत कम हिस्सों में बारिश हुई। हालांकि मौसम विभाग का कहना है शुक्रवार से फिर कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधि तेज हो सकती हैं। 22 जिलों में भारी और मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अन्य इलाकों में भी हल्की बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, उज्जैन संभाग के जिलों के अलावा अशोकनगर, गुना, खंडवा, बुरहानपुर, शिवपुरी जिले में अनेक स्थान पर और शहडोल, सागर, चंबल संभाग के जिलों के अलावा बड़वानी, खरगोन, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, इंदौर, ग्वालियर और दतिया में बौछार पड़ने की संभावना है।
सिवनी, नरसिंहपुर, जबलपुर, मंडला, सीहोर, राजगढ़, बुरहानपुर, खंडवा, इंदौर, गुना जिलों में कहीं-कहीं मध्यम और कहीं-कहीं भारी बारिश के साथ बज्रपात की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस समय मध्य प्रदेश में एक साइक्लोन मौसम प्रणाली सक्रिय है और मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही है। यह मौसम तंत्र शुक्रवार से मजबूत हो सकता है। यह कई स्थानों में जोरदार बारिश करा सकता है।
कहां कितनी बारिश
मौसम विभाग के द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को सुबह 8:30 से शाम के 5:30 बजे तक सिर्फ 5 जिलों में ही बारिश हुई। इंदौर में 6.4, गुना, छिंदवाड़ा में 1.0, मिलीमीटर पानी गिरा। उज्जैन में भी बूंदाबांदी हुई। लेकिन प्रदेश का कोई भी ऐसा हिस्सा नहीं रहा जहां अति भारी बारिश दर्ज की गई हो। राजधानी भोपाल के कुछ इलाकों में गुरुवार तड़के हल्की बारिश दर्ज हुई, लेकिन सुबह होते-होते यह बारिश गायब हो गई।
विंध्य में सबसे कम बारिश
प्रदेश के कई हिस्सों में जहां जोरदार बारिश हुई है। वहीं, कई ऐसे भी इलाके हैं जहां बारिश नहीं हुई है। मध्यप्रदेश के विंध्य क्षेत्र में अभी तक सबसे कम बारिश हुई है। रीवा जिले में बारिश नहीं होने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।