कौन कहता है BJP को नहीं मिलता मुस्लिमों का वोट? जानिए मुस्लिम इलाकों में क्या है स्थिति

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UP Election Rujhan 2022: क्या यूपी में मुस्लिमों का बीजेपी (BJP) के प्रति विरोध अब खत्म हो रहा है. यूपी असेंबली के नतीजों को देखें तो कुछ ऐसे ही दिलचस्प नजारे सामने आए हैं.

यूपी असेंबली चुनाव की काउंटिंग में शाम 3 बजे तक बीजेपी ऐसी 126 सीटों पर आगे चल रही थी, जिन्हें मुस्लिम बाहुल्य वाली माना जाता है.
यूपी में मुस्लिम बाहुल्य वाले जिले

बताते चलें कि यूपी में अमरोहा, बुलंदशहर, बरेली, बदायूं, बागपत, बहराइच, लखनऊ, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बाराबंकी, पीलीभीत, सहारनपुर, श्रावस्ती, रामपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनोर, संत कबीर नगर, खीरी, गाजियाबाद, मेरठ, सुल्तानपुर, मुरादाबाद जिलों को मुस्लिम बाहुल्य माना जाता है. इन 22 जिलों में मुस्लिमों की आबादी 20 प्रतिशत से ज्यादा है और वहां पर किसी भी चुनावों में मुस्लिमों का मत निर्णायक माना जाता है.

बता दें कि शाम 3 बजे तक इन 22 जिलों की 126 सीटों पर बीजेपी आगे चल रही थी. इनमें अनूपशहर सीट, आंवला, बागपत, बहराइच, बख्शी का तालाब, बल्हा, बलरामपुर, बंसी, बरेली, बरेली कैंट, बरहा पुर, बरखेड़ा, भोजीपुरा, बिजनौर, बिलारी, बिल्सी, बिसालपुर, बुलंदशहर, चरथावल, दरियाबाद, दातागंज, डिबाई, देवबंद, धामपुर, धंगटा, धौरहा, फरीदपुर, गैंसारी, गंगोह, गाजियाबाद, गोला गोकर्णनाथ, हैदरगण, हसनपुर और हस्तिनापुर सीट पर बीजेपी आगे चल रही थी.
इन सीटों पर भी बनाए रही बढ़त

इसी तरह इसौली, इटवा, कदीपुर, कैसरगंज, कस्ता, खतौली, खुर्जा, कुर्सी, लखीमपुर, लंभुआ, लोनी, लखनऊ कैंट, लखनऊ ईस्ट, लखनऊ वेस्ट, महासी, मलिहाबाद, मीरगंज, मेरठ, मेरठ कैंट, मोदी नगर, मोहम्मदी, मुरादनगर, निगहसन, पलिया, पीलीभीत, पुराणपुर, राम नगर, रामपुर मनिहार, सदर, सहसवान, साहिबाबाद, सरधना, सरोजिनी नगर, शेखुपुर, शिकारपुर, श्रीनगर, स्याना, तुलसीपुर और उतरौला से बीजेपी ने बढ़त बना रखी थी.

सपा की पूरी नहीं हो पाई सत्ता पाने की चाहत
ये सभी सीटें मुस्लिम बाहुल्य वाली मानी जाती हैं. ऐसे में इन सीटों पर बीजेपी का बढ़त बनाना चुनावी राजनीति में बड़ा संकेत माना जा रहा है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि इन सीटों पर कुछ प्रतिशत मुस्लिमों के वोट भी बीजेपी को गए हैं. जिसके चलते समाजवादी पार्टी की सत्ता पाने की उम्मीद इस बार भी अधूरी रह गई हैं.