मुजफ्फरनगर मे जीत के जश्न के बीच छलका मंत्री संजीव बालियान का दर्द, कह दी ये बडी बात…

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मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी ने आज जहां प्रचंड जीत हासिल की है, तो वहीं सूबे के जनपद मुजफ्फरनगर में भी बीजेपी प्रत्याशी वीरपाल निर्वाल ने निर्दलीय प्रत्याशी सत्येंद्र बालियान को 26 वोटों से मात दी है. आपको ध्यान दिला दें कि सत्येंद्र बालियान मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद संजीव बालियान के भाई हैं.

इस जीत के बाद बीजेपी कार्यालय में खुशियां मनाने के दौरान मंच से बोलते हुए मंत्री संजीव बालियान का दर्द छलक गया. उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि सबसे पहले डॉक्टर वीरपाल निरवाल को जिला पंचायत अध्यक्ष चुने जाने पर हार्दिक बधाई. जैसा चंद्र मोहन जी ने कहा कि ईश्वर ऐसी परीक्षा किसी की न ले. शायद यह 2021 बहुत बुरा गया है. मेरे दो भाई चले गए और राजनीति करने वालों ने एक भाई को विपक्ष में खड़ा कर दिया. एक परिवार वह है, और एक परिवार भारतीय जनता पार्टी भी है, जिन्होंने सांसद बनाया.

खाप चौधरी का काम तोड़ने का नहीं जोड़ने का होता है. साजिश के तहत मेरे भाई को चुनाव लड़वाया गया मेरे खिलाफ. उन्होंने सोचा या तो इसका परिवार टूटेगा या फिर पार्टी टूटेगी. अरे राजनीति करनी है तो खुलकर करो, सामने आकर करो. इस तरह घर में घुसकर राजनीति करना… सही मायने में मेरी तो हार हुई है. मैं अपने परिवार को नहीं बचा सका. कुछ लोगों ने राजनीति करके मेरे परिवार को तोड़ने का काम किया है. उन्होंने साजिश की मेरे परिवार को तोड़ने की, मेरे भाई को बहकाने की.

एक परिवार वह है जो आप को जन्म देता है, एक परिवार यह है भारतीय जनता पार्टी, जिसने मुझे सांसद बनाया. मेरी जगह कोई और भी सांसद हो सकता था, मुझे सांसद बनाया, मंत्री बनाया. मेरा कर्तव्य था कि भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करूं और मुझे खुशी भी है और साथ ही साथ दुख भी है कि इनलोगों ने इतना भी रहम नहीं किया कि इस परिवार के दो भाई पहले ही चले गए, कम से कम इस परिवार को तो बख्श देते. राजनीति किस स्तर तक आ गई है? कुछ लोग राजनीतिज्ञ बनने का ढोंग करते हैं. वे परिवारों को तोड़ने का काम करते हैं. शायद पुराने लोग होते तो यह जरूर सोचते. महेंद्र सिंह टिकैत होते तो वह सोचते कि मेरा काम परिवार को जोड़ने का है या परिवार को तोड़ने का. तो इस बात का फैसला तो जनता करेगी कि दोषी कौन है? एक बार फिर डॉक्टर वीरपाल निरवाल को बहुत-बहुत बधाई. एक रिक्वेस्ट जरूर करूंगा कि यह सभी सदस्य निस्वार्थ आए हैं, इस परिवार को जोड़ कर रखना.