मोदी-शाह और हिंदू धर्म पर टिप्पणी के बाद पादरी पर बिगड़े लोग, मांगनी पड़ी माफी

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चेन्नई। तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक चर्च के पादरी ने कथित तौर पर हिंदू धर्म के खिलाफ की गई टिप्पणियों को लेकर माफी मांगी है। बताया गया है कि एक एनजीओ- ‘जनन्याग क्रिस्थुवा पेरावई अमइपु’ से जुड़े पादरी जॉर्ज पोन्निया ने एक सभा के दौरान फादर स्टैन स्वामी को श्रद्धांजलि देते वक्त अपने भाषण में हिंदू धर्म और उसकी मान्यताओं पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर भी निशाना साधा था।

उनके इस भड़काऊ भाषण का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसे लेकर हिंदू संगठनों ने जबरदस्त विरोध जताया था और पोन्निया की गिरफ्तारी की मांग कर दी थी। तमिलनाडु के कई जिलों में पोन्निया के खिलाफ 30 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई थीं। हालांकि, इस मामले में सफाई देते हुए पादरी ने कहा कि उनके पूरे भाषण से दो मिनट का एक वीडियो एडिट कर के फैलाया गया था, जिससे उनकी बात को सांप्रदायिक भाषण लगने लगी।

पोन्निया ने कहा कि एडिटेड वीडियो को देखने के बाद कई लोगों को लगा कि मैंने हिंदू धर्म और उसकी मान्यताओं के खिलाफ बयान दिया है। मैंने और सभा में मौजूद लोगों ने कभी भी ऐसा कुछ नहीं कहा। अगर हमारे भाषण से हमारे हिंदू भाई-बहनों को चोट पहुंची है, तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। मैं अपने हिंदू भाई-बहनों से कहना चाहता हूं कि भविष्य में भी मैं ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करुंगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 जुलाई को कन्याकुमारी के अरुमनई में स्टैन स्वामी की मौत के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए अल्पसंख्यक वर्ग की ओर से सभा आयोजित की गई थी। इसी सभा में पोन्निया ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और अल्पसंख्यक आयोग अल्पसंख्यकों को प्रार्थना बैठक में हिस्सा नहीं लेने देते। पोन्निया ने यहां तक कहा था कि उन्होंने हालिया विधानसभा चुनाव में कई अल्पसंख्यक संगठनों को डीएमके को वोट करने के लिए मनाया था। पर सत्ता में आने के बाद पार्टी ने उन पर ध्यान नहीं दिया।

इसके बाद पोन्निया ने हिंदू धार्मिक और चैरिटेब बोर्ड के मंत्री शेखर बाबू, आईटी मंत्री मनो थंगराज पर भी हिंदू समुदाय के साथ खड़े होने के लिए निशाना साधा। वायरल वीडियो में उन्हें कथित तौर पर यह भी कहते सुना गया कि हम चप्पल पहनते हैं, ताकि भारत माता की वजह से हमारे पैर गंदे न हों और कोई बीमारी न लगे। बताया गया था कि पोन्निया ने यह टिप्पणी उन विधायकों पर की थी, जो भारत माता के सम्मान में चप्पल नहीं पहनते।