हरियाणा में बडा चावल घोटाला, 8 करोड़ 32 लाख का चावल डकार गए ये 2 राइस मिलर, केस दर्ज

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यमुनानगर। थाना छप्पर क्षेत्र के दो राइस मिलरों ने हरियाणा वेयरहाउस कॉर्पोरेशन का आठ करोड़ 32 लाख 46 हजार 412 रुपये का धान हड़प लिया। कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद राइस मिलरों ने कॉर्पोरेशन को चावल नहीं लौटाया। मजबूरन कॉर्पोरेशन के डीएम विजय कुमार दहिया को दोनों के खिलाफ थाना छप्पर में केस दर्ज कराना पड़ा। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया।

विजय कुमार दहिया ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि हरियाणा वेयरहाउस कॉर्पोरेशन ने वर्ष 2019-20 में जागधौली निवासी जरनैल सिंह के साथ धान की कुटाई कर चावल देने का एग्रीमेंट किया था। शुरुआत में ताे जरनैल सिंह नियमित रूप से चावल देता रहा। परंतु इसके बाद उसने चावल देना बंद कर दिया। इस पर विभाग ने उसे कई बार नोटिस भेजे परंतु वह कोई न कोई बहाना बनाकर कर्मचारियों को टरकाता रहा। पड़ताल करने पर पता चला कि जरनैल सिंह ने करीब तीन करोड़ 98 लाख 88,560 रुपये का चावल विभाग को वापस नहीं किया है। वह विभाग द्वारा दी गई धान में भी हेराफेरी की है। इसलिए उसके खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया।

इसी तरह छप्पर क्षेत्र के ही बलिंद्र सिंह के साथ धान के बदले चावल देने का एग्रीमेंट हुआ था। परंतु बलिंद्र ने भी जरनैल सिंह की तरह ही चावल उन्हें नहीं लौटाया। जांच में पता चला कि बलिंद्र सिंह ने चार करोड़ 33 लाख 57852 रुपये का चावल विभाग को वापस नहीं किया है। नोटिस भेजने के बाद भी उसने चावल नहीं लौटाया तो उसके खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया। मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर रामपाल सिंह ने बताया कि डीएम की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर दोनों मामले दर्ज कर लिए हैं। विभाग से इसका रिकार्ड लिया जाएगा। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

हरियाणा वेयरहाउस कॉर्पोरेशन का चावल हड़पे जाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी राइस मिलर कॉर्पोरेशन का धान व चावल दोनों डकार चुके हैं। 17 दिसंबर 2020 को ही जठलाना के गुमथला राव स्थित मै. यमुना राइस जनरल मिल पर कार्पोरेशन के तत्कालीन डीएम डीके पांडे ने नौ करोड़ 65 लाख 68 हजार रुपये का चावल हड़पने का केस दर्ज कराया था। यमुना राइस जनरल मिल को वर्ष 2019-20 में 5082.700 मीट्रिक टन धान दिया था। अक्टूबर माह में प्रदेश सरकार के आदेशों पर कराई गई विजिकल वेरिफिकेशन में राइस मिल से 160.090 मीट्रिक टन धान कम मिला था। धान कम मिलने के बाद राइस मिलर को बकाया 4912.610 एमटी धान में से 3291.449 एमटी चावल कार्पोरेशन को देना था। मिलर ने 2446.367 एमटी चावल वापस नहीं किया। चावल की कीमत नौ करोड़ 65 लाख 68 हजार रुपये थी।

जनवरी 2021 में मैसर्ज गोविंद राइस मिल किशनपुरा प्रतापनगर के तीन पार्टनरों ने हरियाणा स्टेट वेयरहाउस कार्पोरेशन का 96 लाख 4350 रुपये का चावल हड़पने का केस थाना प्रतापनगर में दर्ज कराया गया था। धान की कुटाई के लिए मैसर्ज गोविंद राइस मिल किशनपुरा के तीन पार्टनर मुजाफत कलां निवासी गुलाब सिंह, नीरज व पंजाब के जिला पटियाला के गनोर बीर निवासी रामशरण के साथ एग्रीमेंट किया गया था। तब राइस मिल को 3753.600 मीट्रिक टन धान दिया गया था। मिलरों को 2490.517 एमटी चावल वापस करना था। परंतु उन्होंने 243.063 एमटी चावल वापस नहीं किया।