मुजफ्फरनगर। ग्राम सचिव की पोस्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। नौकरी न लगने पर रुपये मांगे तो जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मारपीट की गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। जिस पर पीड़ितों ने कोर्ट का दरवाजा। कोर्ट ने आरोपियों पर परिवाद दर्ज करने के आदेश दिये।
शहर कोतवाली क्षेत्र के खालसा पट्टी सूजड़ु निवासी संदीप कुमार ने बताया कि उसकी सास प्रेमलता के पड़ौस में मनोज व उसकी पत्नी अन्नू रहते हैं। बताया कि मनोज ने उसकी सास को बताया था कि अधिकारियों में उसकी अच्छी जान पहचान है, तथा ग्राम सचिव की वैकेंसी निकल रही हैं। उसमें वह थोड़ा बहुत ले देकर नौकरी लगवा सकता है। संदीप ने बताया कि मनोज ने उसकी सास को यकीन दिलाया कि वह कुछ रुपयो में ग्राम सचिव पोस्ट पर उसकी नौकरी लगवा सकता है। बताया कि 22 नवंबर 2018 में मनोज ने नौकरी लगवाने का झांसा देते हुए उसकी सास के माध्यम से उससे 5 लाख रुपये ले लिये। आश्वास्त किया था कि 25 दिसंबर 2018 तक ज्वाइनिंग लैटर मिल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिसके बाद लोगों की नौकरी भी लग गई और भर्ती प्रक्रिया पूरी होगई।लेकिन कुछ नहीं हुआ। कुछ माह बाद रुपये वापस मांगे तो टालता रहा। संदीप ने बताया कि जब अपनी सास प्रेमलता के साथ मनोज के घर पहुंचा और करीब 5 लाख रुपये वापस मांगे तो उन्हें जाति सूचक शब्दों से नवाजा गया, मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। घटना की तहरीर शहर कोतवाली में दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। एसएसपी को भी डाक से इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र भेजा गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। संदीप ने अधिवक्ता के माध्यम से विशेष एसीएसटी एक्ट कोर्ट के जमशेद अली में प्रार्थना पत्र लगाया। जिसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मामले में परिवाद दर्ज करने के आदेश दिये।