नई दिल्ली : 28 जनवरी, 2013. डाउन टाउन लॉस एंजलिस। हॉलीवुड की चमक के बेहद करीब। यहां किस्मत आजमाने वाले भी आते हैं और अमेरिकी चकाचौंध को करीब से देखने वाले सैलानी भी। 21 साल की एलिसा लैम (Elisa Lam Story) भी उन्हीं में से एक थी। कनाडा के वैंकूवर से अमेरिका घूमने निकली। तो लॉस एंजलिस में रुकना ही था। सैंटियागो से ट्रेन के जरिए वो लॉस एंजलिस पहुंची। अगर पॉकेट में माल कम हो तो हर किसी के लिए सबसे सस्ता होटल है सेसिल (Cecil Hotel)। एलिसा लैम ने यहीं अपना कमरा बुक किया। कुछ और दोस्तों के साथ। एक-दो दिन बाद होटल मैनेजर एमी प्राइस को रुम मेट्स ने बताया कि एलिसा अजीबोगरीब हरकतें कर रही है। शिकायत मिलने पर एलिसा को रूम नंबर 506 में शिफ्ट कर दिया गया। 31 जनवरी 2013 को एलिसा अचानक गायब हो गई।
होटल मैनेजर एमी प्राइस ने लॉस एंजलिस पुलिस डिपार्टमेंट (LAPD) को इन्फॉर्म किया। प्राइस के लिए ये आदत बन चुकी थी। 14 मंजिला होटल के 700 कमरे 1924 से ही कुख्यात रहे हैं। सुइसाइड, मर्डर, स्टैबिंग और न जाने क्या-क्या। ऐसे गेस्ट जो चेक आउट करते समय बाथरूम में सांप छोड़ गए। पर एलिसा कहीं गई नहीं थी। ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट एलिसा ने होटल में आने के एक दिन बाद ही सोशल प्लेटफॉर्म टंबलर पर पोस्ट किया .. मैं लालैंड पहुंच गई हूं.. जहां ठहरी हूं वहां से गगनचुंबी इमारतें दिखाई दे रही हैं। एलिसा के माता-पिता हॉंगकॉंग से कनाडा गए थे। वे खुश थे कि बेटी सुरक्षित लॉस एंजलिस में है। जिस दिन एलिसा को होटल से चेकआउट करना था उसी दिन वो द लास्ट बुकस्टोर गई, वहां से कुछ किताबें खरीदी। ऐसा बुक स्टोर की मैनेजर कैटी ऑर्फन ने पुलिस को बताया।
लॉस एंजलिस पुलिस हैरान थी कि आखिर एलिसा गायब कहां हुई। दो फरवरी से होटल के सारे फुटेज खंगाले गए। एक ऐसा फुटेज मिला जिसमें एलिसा लैम होटल के अंदर आती हुई दिखी। उसके साथ दो और लड़के थे जो एंट्री से ही चले गए। लैम के कमरे से जो सामान मिले उसमें द लास्ट बुक स्टोर की पर्ची थी। मैनेजर ने कन्फर्म किया कि किताबें भारी होने के कारण दो लड़के डेलिवर करने उसके साथ गए थे। पुलिस इस मिस्ट्री को सुलझाने की कोशिश कर रही थी कि एलिसा के होटल से बाहर जाने का कोई फुटेज क्यों नहीं है? 40 पुलिसवालों की टीम को सभी 700 कमरों और होटल के कोने-कोने को सर्च करने पर लगाया गया। पांच फरवरी तक खाक छानती रही पर पुलिस को कुछ भी पता नहीं चला।
लिफ्ट में ये क्या कर रही लड़की?
तभी पुलिस की नजर पांचवें फ्लोर पर लिफ्ट एरिया में लगे फुटेज पर जाती है। एलिसा लैम लिफ्ट में घुसती है, ताबड़तोड़ बटन दबाती है, बाहर निकलती है, किसी को इशारे करती है, फिर लिफ्ट में घुसती है पर लिफ्ट बंद नहीं हो रही। दो मिनट के इस क्लिप ने पुलिस को और हैरान कर दिया। आखिर एलिसा परेशान क्यों है, क्या कॉमन एरिया में कोई है जो बाहर से लिफ्ट रोक रहा है। सवालों का जवाब नहीं मिलने पर पुलिस ने वो फैसला किया जो घंटे भर में ही दुनिया भर में वायरल हो गया। फुटेज आम पब्लिक के लिए रिलीज कर दिया गया। हम-आप में से ही कई ऐसे हैं जो वीडियो फुटेज पर रिसर्च का शॉक रखते हैं। लॉस एंजलिस पुलिस इन्हें वेब स्ल्यूथ कहती है। ये काम पर लग गए। सबका कहना था कि ये मर्डर है। कोई है जो एलिसा को परेशान कर रहा है। उसी ने मारा है और लाश होटल में ही है।
अब लॉस एंजलिस पुलिस पर ही सवाल उठाए जाने लगे। होटल स्टाफ पर शक की सुई गई। सभी स्टाफ की जांच की गई। सारे क्लीन निकले। मैनेजर ऐमी प्राइस और पुलिस ने इस एंगल पर काम शुरू किया वो होटल के पास ही कुख्यात स्किड रो एरिया में तो नहीं चली गई। स्किड रो अमेरिकी चमक पर एक दाग है। जब लॉस एंजलिस वाइट कॉलर जॉब और डॉलरों में खेलने वाले कुबेरों का अड्डा बन रहा था तो फुटपाथ पर सोते लोग सरकार की नजरों में खटकने लगे। पुलिस ने इन्हें हटाकर स्किड रो एरिया में धकेल दिया। देखते ही देखते ये पूरा इलाका क्राइम, सेक्स और नशे की अंधेरी दुनिया बन गया। सेक्स वर्कर का मर्डर या स्मैक डील न होने पर महज कुछ सेंट के लिए चाकुओं से गोद डालना यहां नॉरमल है। एमी प्राइस के मुताबिक इस होटल का पुराना कनेक्शन स्किड रो से रहा है। कई सीरियल किलर और नशेड़ी रहते सेसिल होटल में थे लेकिन चेकआउट स्किड रो के लिए करते थे।
पुलिस ने स्किड रो का एरिया भी छान मारा। इन्वेस्टिगेटर टिम मार्सिया के लिए मिस्ट्री उलझती जा रही थी। किसी ने जैक अंटरवेगर (Serial killer Jack Unterweger) तक उंगली उठा दी। ये ऑस्ट्रिया का कुख्यात था। इतना कि जहां रहता था उस इलाके की आबादी घटने लगी। वो लोगों को मारकर जंगलों में दफनाने का शौक पालता था। पुलिस के रडार में आने से पहले ही अमेरिका भाग आया। पुलिस के मुताबिक स्किड रो में अचानक मर्डर्स बढ़ गए। अंटरवेगर सेसिल होटल में पहले रह चुका था। लेकिन ये थ्योरी भी बेकार साबित हो गई। इसी बीच स्किड रो में टीबी बीमारी फैल गई। किसी ने एलिसा लैम के नाम और टीबी के बीच कनेक्शन जोड़ दिया। दरअसल टीबी के टेस्ट का नाम LAM-ELISA है। पुलिस ने हालांकि इस एंगल को तुरंत खारिज कर दिया। उधर एलिसा की बहन, मां और पापा को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया। वो शॉक में थे। कोई ज्यादा जानकारी उनसे नहीं मिल पाई। सिर्फ इतना बताया कि एलिसा दवा लेती थी और कभी-कभी दवा नहीं खाती थी।
इस बीच लिफ्ट की गुत्थी भी सुलझ गई। दरअसल हड़बड़ी में एलिसा लैम पांचवे फ्लोर की लिफ्ट में सारे बटन दबाने के दौरान फ्रीज बटन भी प्रेस कर रही थी। इस बटन को प्रेस करने पर दो मिनट के लिए लिफ्ट रुक जाती है। दरवाजा बंद नहीं होता है। पुलिस को इतना क्लियर था कि वो लिफ्ट से निकल कर बाईं ओर चली गई। कहां गई, कहां है ये हैरान करने वाला था। होटल की छत को पुलिस के हेलिकॉप्टर ने दूरबीन के जरिए खंगाला लेकिन वहां भी कुछ नहीं मिला। इसी होटल में इंग्लैंड की दंपती हनीमून पर आई थी। दोनों ने आठवें फ्लोर पर थे। उन्होंने मैनेजमेंट से पानी के लो प्रेशर की शिकायत की। उन्हें तीन फ्लोर ऊपर भेज दिया गया।
पानी का बदलता रंग
एलिसा के गायब होने के 14वें, 15वें दिन से कई गेस्ट ने पानी का प्रेशर लो होने की शिकायत की। हनीमून मना रहे कपल ने पानी के रंग को लेकर भी हैरानी जताई। हालांकि होटल की हालत को देखते हुए इसे नॉरमल माना गया। एमी प्राइस ने प्लंबर सैंटियागो लोपेज को पाइपलाइन चेक करने को कहा। उसने पूरी पाइपलाइन चेक कर ली लेकिन कहीं ब्लॉकेज नहीं था। लोपेज छत पर गया और उसे लगा कि पानी की टंकी के आउटलेट में प्रॉब्लम है। वो सीढ़ियों से ऊपर गया। चार टंकियों में से एक का ढक्कन खुला था। लोपेज ने जैसे ही उसमें झांका उसकी चीख निकल गई। ये तारीख थी 19 फरवरी। एक जवान लड़की की नंगी लाश वहां तैर रही थी।
सेसिल होटल जहां कई लोगों ने सुइसाइड किया
होटल मैनेजमेंटन ने तुंरत पुलिस को इन्फॉर्म किया। ढक्कन की गोलाई इतनी थी कि एलिसा उसमें घुस तो सकती थी लेकिन मरने के 19 दिन बाद लाश इतनी फूल गई थी कि निकाला नहीं जा सकता था। फिर टंकी काट कर उसे निकाला गया। अब पुलिस पर और सवाल उठने लगे। लोगों ने फिल्म डार्क वाटर से इसकी तुलना की। मर्डर ही हुआ है। ऐसा सबको लगा। पुलिस भी हैरान थी कि एलिसा टंकी में पहुंची कैसे और उसके बदन पर कपड़े क्यों नहीं थे। क्या किसी ने जबरन सेक्स के बाद मर्डर कर दिया। फिर वो कौन है? पुलिस फिर द लास्ट बुकस्टोर पहुंच गई। लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं था जिससे पता चले कि वो किसी पुरुष के साथ समय बिता रही हो। होटल के सारे गेस्ट की तहकीकात भी पूरी हो गई।
अब पांचवे फ्लोर से छत पर जाने के रास्तों पर जोर दिया गया। एक तो सीढ़ियों के सहारे आसान रास्ता था। लेकिन आम लोगों के लिए बंद। और कोई कोशिश भी करता तो अलार्म बजता। दूसरा रास्ता फायर सेफ्टी वाला था। जहां से सीढ़ियों के सहारे छत पर जाया जा सकता था। लेकिन ये संभव नहीं था कि कोई दूसरा एलिसा को अपने कंधे पर डालकर छत पर पहुंच जाए। पुलिस घूम फिर कर शून्य पर आ गई। ऐसे में जीरो से ही इन्वेस्टिगेशन शुरू करना पड़ता है। एलिसा का बैकग्राउंड चेक किया गया। वो अजीबोगरीब पोस्ट लिखा करती थी।
जब पैरंट्स से पूछा गया तो उस डॉक्टर तक पुलिस पहुंची जो उसका इलाज करती थी। पता चला एलिसा बाइपोलर डिसॉर्डर की शिकार थी। दवा मिस कर दी जाए तो कई तरह के हैलुसिनेशन को जन्म देती है। साइको साइंटिफिक टेस्ट से ये पता चला कि लिफ्ट में एलिसा की हरकत दरअसल उसका दिमागी फितूर था। ऐसे मरीजों को लगता है को उसकी जान चली जाएगी और उसे ऐसी जगह पर जाना चाहिए जहां शांति मिले। एलिसा फायर सेफ्टी वाले रास्ते छत पर इसी की तलाश में पहुंची। और टंकी में कूद गई। 700 कमरों वाले होटल की टंकी से हमेशा पानी नीचे जाता है और ये प्रेशर उसे सीधे टंकी के नीचे ले जाएगा, ये एलिसा को मालूम कहां होगा। लिहाजा स्वीम कर ऊपर आकर ढक्कन पकड़ने की उसकी सारी कोशिश नाकाम हो गई। 19 फरवरी के चार महीने बाद पुलिस ने ऑपचारिक तौर पर इसे एक्सिडेंटल डेथ डिक्लेयर किया।