बिहार में आसमानी तबाही में 33 की मौत, मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देगी नीतीश सरकार

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पटना: बिहार में तूफानी बारिश और आंधी-वज्रपात से व्यापक नुकसान (Major loss due to rain And Strome in Bihar) हुआ है. गुरुवार को आंधी और वज्रपात से 33 लोगों की मौत हुई है. ये मौतें बिहार के 16 जिलों में हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के लिए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं. साथ ही मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख अनुदान देने का निर्देश दिया है.

“राज्य में आंधी-पानी से 16 जिलों में 33 लोगों की मौत हुई है. मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख अनुदान अविलंब भुगतान करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा राज्य भर फसलों और आवास के नुकसान का आकलन किया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद उसमें आगे की कार्रवाई की जायेगी.”- नीतीश कुमार, सीएम

भागलपुर में सबसे ज्यादा 7 मौतेंः बता दें कि आंधी और वज्रपात से भागलपुर में 7, मुजफ्फरपुर में 6, सारण और लखीसराय में 3-3, मुंगेर में और समस्तीपुर में 2-2 लोगों की मौत हुई है. वहीं जहानाबाद, खगड़िया, नालंदा, पूर्णिया, बांका, बेगूसराय, अररिया, जमुई, कटिहार और दरभंगा एक-एक लोगों की मौत हो गयी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आंधी और वज्रपात से घरों और फसलों की क्षति का आंकलन का करने का निर्देश दे दिया गया दिया है. उन्होंने कहा है कि गृह क्षति का आंकलन आपदा प्रबंधन विभाग एवं फसल क्षति का आकलन करने का निर्देश कृषि विभाग को दिया गया है. सीएम ने अविलंब प्रभावित परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध कराने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.

सगज रहने की अपीलः सीएम ने कहा कि आंधी के कारण पेड़ गिरने से कुछ जगहों पर आवागमन बाधित हुआ है, अविलंब उसे क्लीयर कराने का निर्देश दिया गया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिये आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से समय-समय पर जारी किये गये सुझावों का अनुपालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.