मुजफ्फरनगर में हाईस्कूल और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 5 केंद्र बनाए गए

5 centers have been set up in Muzaffarnagar for evaluation of high school and intermediate answer sheets.
5 centers have been set up in Muzaffarnagar for evaluation of high school and intermediate answer sheets.
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मुजफ्फरनगर. यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन के लिए शहर में पांच केंद्र बनाए गए हैं. यूपी बोर्ड परिषदीय परीक्षा के मूल्यांकन के सम्बंध में उप नियंत्रकों, कोठार व अन्य अधिकारीयों के लिए कार्यशाला का आयोजन माध्यमिक शिक्षा विभाग मुज़फ्फरनगर द्वारा राजकीय इण्टर कॉलेज मुज़फ्फरनगर में हुआ.

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के तत्वाधान में जिला मुज़फ्फरनगर में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु राजकीय इण्टर कॉलेज मुज़फ्फरनगर, सनातन धर्म इण्टर कॉलेज मुज़फ्फरनगर, डी ए वी इण्टर कॉलेज मुज़फ्फरनगर, छोटू राम इण्टर कॉलेज मुज़फ्फरनगर व इस्लामिया इण्टर कॉलेज मुज़फ्फरनगर कुल पांच मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए है, जिन पर हाईस्कूलव इंटरमीडिएट कीउत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन परीक्षकों द्वारा किया जाएगा.

कार्यशाला में जिला विद्यालय निरीक्षक मुज़फ्फरनगर गजेन्द्र कुमार ने मूल्यांकन से सम्बंधित समस्त निर्देशों की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि परीक्षार्थियों के भविष्य के लिए जिस प्रकार से नकलविहीन एवं शुचितापूर्ण परीक्षाओं का आयोजन आवश्यक है. उसी प्रकार से परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का निरपेक्ष एवं त्रुटिरहित मूल्यांकन कराया जाना भी उतना ही आवश्यक है. कोई भी परीक्षा स्तरीय एवं त्रुटिरहित मूल्यांकन के बिना सफल नहीं हो सकती.

सभी उप नियंत्रक ध्यान रखेंगे किमूल्यांकन केन्द्रों के आसपास अराजक तत्व एकत्रित न हो सके उत्तर पुस्तिकाओं की शुचिता एवं गोपनीयता प्रभावित न हो सके,मूल्यांकन केन्द्रों पर एल0आई0यू0 व आवश्यक पुलिस बल की तैनाती की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.

मूल्यांकन कार्य अनिवार्य रूप से वायस रिकार्डरयुक्त सी०सी०टी०वी० कैमरे की निगरानी में ही कराया जाएगा. उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जैसा अति महत्वपूर्ण कार्य जिसपर परीक्षार्थियों का भविष्य निर्भर है उसे पूर्ण सजगता के साथ सम्पादित किया जाए.

प्रधानचार्य डॉ विकास कुमार ने कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जैसा अति महत्वपूर्ण कार्य जिस पर परीक्षार्थियों का भविष्य निर्भर है. उसे पूर्ण सजगता के साथ सम्पादित किया जाए. परीक्षार्थी द्वारा हल किये गये सही उत्तर पर पूर्ण अंक दिया जाय तथा परीक्षार्थी द्वारा हल किये गये सही उत्तर पर पूर्ण अंक दिया जाए.

कार्यशाला से जिले के 900 से अधिक परीक्षकों व प्रधान परीक्षकों ने ऑनलाइन माध्यम से जुडकर जानकारी प्राप्त की. मूल्यांकन सम्बन्धी सभी की जिज्ञासा, समस्या आदि का समाधान जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा स्तरीय तरीके से किया गया. कार्यशाला की अध्यक्षता जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार व संचालन प्रधानाचार्य डॉ विकास कुमार ने किया.

कार्यशाला में उप नियंत्रक नितिन राठी ,सोहन पाल, सुनील शर्मा, नरेश प्रताप सिंह, सलीम अहमद, कोठार राकेश मालिक, नरेंद्र कुमार, नारायण स्वरूप शर्मा, हिमांशु, भूपेंद्र आर्यकंट्रोल रूम प्रभारी डॉ सोहन पाल सिंह, सचिन कुमार आदि उपस्थित रहें.