- ‘रोज लेट आती हो…’, प्रिंसिपल ने टीचर को टोका तो हो गई मार पीट, नोंचे गाल- फाड़े कपड़े - May 4, 2024
- चुनाव में बांटने वाले थे 7.59 करोड़ रुपए, अफसरों ने फिल्मी स्टाइल में दबोचा, सोना चांदी व शराब भी जब्त - May 4, 2024
- प्राइमरी स्कूल के टीचर पर 5वीं क्लास की छात्रा से यौन उत्पीड़न का आरोप, ऐसे सामने आया मामला - May 4, 2024
Violence In Manipur: मणिपुर (Manipur) में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है. यहां अलग-अलग जगहों पर हुई ताजा हिंसा में 2 लोगों की मौत हो गई है. वहीं दूसरी तरफ सीएम बिरेन सिंह (Biren Singh) ने दावा किया है कि सुरक्षाबलों ने हिंसा करने वाले 40 उग्रवादियों को मार गिराया है. हिंसाग्रस्त मणिपुर में हालात सामान्य नहीं हो रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज मणिपुर के दौरे पर जाने वाले हैं. इससे पहले मणिपुर के कई इलाकों में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. इंफाल और आस-पास के इलाकों में हुई गोलीबारी में 2 लोगों की मौत हो गई है और 12 से ज्यादा लोग घायल है. मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने दावा किया है कि कूकी समुदाय के उग्रवादियों ने नागरिकों पर हमले किए.
मणिपुर में मारे गए 40 उग्रवादी
मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि उग्रवादियों ने AK-47, M-6 और स्नाइपर राइफल्स से लोगों पर फायरिंग की जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में 40 उग्रवादियों को मार गिराया. बता दें कि पश्चिम इंफाल के उरीपोक में बीजेपी विधायक के घर में तोड़फोड़ की गई और उनके दो वाहनों में आग लगा दी गई.
मणिपुर में एक्शन जारी
गौरतलब है कि मणिपुर सरकार कई संवेदनशील इलाकों की पहचान की है और उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है. मणिपुर में हालात सामान्य करने के लिए अर्द्धसैनिक बलों के अलावा सेना और असम राइफल्स की लगभग 140 टुकड़ियां तैनात हैं. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह भी आज इंफाल जा सकते हैं और राज्य के हालात पर अधिकारियों और अलग-अलग गुटों से बात कर सकते हैं.
मणिपुर में क्यों भड़की हिंसा?
जान लें कि मेइती समुदाय की तरफ से अनुसूचित जनजाति के दर्जे की डिमांड के खिलाफ बीते 3 मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद मणिपुर में हिंसा भड़क गई थी. इन झड़पों में अब तक 75 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. मणिपुर में हालात नॉर्मल करने के लिए अर्धसैनिक बलों के अलावा आर्मी और असम राइफल्स की करीब 140 टुकड़ियां तैनात करनी पड़ीं, जिनमें 10 हजार से ज्यादा कर्मी शामिल हैं.