नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने IDFC फर्स्ट बैंक पर 1 करोड़ रुपये और LIC हाउसिंग फाइनेंस पर 49.70 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। रिजर्व बैंक के मुताबिक, इन दोनों वित्तीय संस्थानों पर नियमों की अनदेखी के चलते जुर्माना लगाया गया है। आरबीआई के एक बयान के मुताबिक, उसने प्राइवेट सेक्टर के IDFC फर्स्ट बैंक पर जुर्माना 2016 और 2017 में एक सरकारी कंपनी को इंफ्रास्ट्रक्चर लोन देने के मामले में लगाया है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक पर जुर्माना ‘ऋण और अग्रिम – वैधानिक और अन्य प्रतिबंध’ पर कुछ निर्देशों का पालन न करने के लिए लगाया गया है। आरबीआई ने एक अन्य बयान में कहा कि एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर जुर्माना आरबीआई द्वारा जारी ‘गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी – हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (रिजर्व बैंक) दिशानिर्देश, 2021’ के कुछ प्रावधानों का अनुपालन नहीं करने के लिए लगाया गया है।
दोनों ही मामलों में जुर्माना विनियामक अनुपालन में कमियों पर लगाया गया है। संबंधित ग्राहकों के साथ किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता को प्रभावित करने का इरादा नहीं है। इस बीच, आरबीआई ने चार गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) कुंडल्स मोटर फाइनेंस, नित्या फाइनेंस, भाटिया हायर परचेज और जीवनज्योति डिपॉजिट्स एंड एडवांसेज के पंजीकरण प्रमाणपत्र (सीओआर) को रद्द कर दिया है। इसके बाद ये कंपनियां अब एनबीएफसी का कारोबार नहीं कर सकती हैं।
वहीं, पांच अन्य एनबीएफसी- ग्रोइंग अपॉर्चुनिटी फाइनेंस (इंडिया), इनवेल कमर्शियल, मोहन फाइनेंस, सरस्वती प्रॉपर्टीज और क्विकर मार्केटिंग ने अपना पंजीकरण प्रमाणपत्र लौटा दिया है।
आरबीआई के इस एक्शन का असर शेयरों पर देखने काे मिल सकता है। बीते शुक्रवार को आईडीएफसी बैंक का शेयर उछाल के साथ हरे निशान पर बंद हुआ था। बैंक के शेयर में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। वहीं एलआईसी के शेयर में बीते सप्ताह गिरावट देखने को मिली थी। शेयर गिरावट के साथ बंद हुआ था।