ग्वालियर. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक शातिर पत्नी ने अपने पति की हत्या की खौफनाक साजिश रची. साजिश के तहत पत्नी ने 4 महीने पहले पति की 20 लाख रुपये की एक्सीडेंटल बीमा पॉलिसी कराई. फिर 4 अप्रैल को पत्नी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पति की गला दबाकर हत्या कराई और इसे हादसे का रूप देने के लिए कार से कुचलवा दिया. पहली नजर में पुलिस भी इसे हादसा मानकर चल रही थी, लेकिन 4 महीने पुरानी भारी भरकम बीमा पॉलिसी को देखकर पुलिस को शक हुआ.
उधर शॉर्ट पीएम में कार से कुचलने से पहले ही पति की गला दबाकर मौत होने की पुष्टि हुई. इसके बाद पुलिस ने इस घटना का राज फ़ाश करते हुए पत्नी सहित 4 आरोपियों को दबोच लिया.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
4 अप्रैल की सुबह चीनौर थाना के भौरी की पुलिया के पास एक लाश मिली थी. सड़क पर पड़ी इस लाश को देखकर पहली नजर में पुलिस को हादसे का अंदेशा हुआ. मृतक की जेब से आधार कार्ड मिला था. मरने वाला पुरानी छावनी थाना के सुषेरा गांव का रामधार जाटव निकला. पुलिस ने लाश को बरामद कर पीएम के लिए रवाना किया. उधर मृतक के परिजनों को भी खबर दी गई. पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि मृतक रामधार शराब पीने का आदी था. साथ ही पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ महीनों पहले पत्नी सीमा ने पति रामधार जाटव के नाम एक बड़ी बीमा पॉलिसी कराई थी.
साथ ही यह भी जानकारी मिली की पत्नी सीमा की कई लोगों से दोस्ती थी. इनका उसके घर आना जाना रहता था, लिहाजा पति रामधार शराब के नशे में विरोध कर झगड़ा करता था. जांच में तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को पत्नी पर शक हुआ. पुलिस ने जब पत्नी से पूछताछ की तो वह जल्दी टूट गई और उसने पति की हत्या करवाने का सनसनीखेज खुलासा किया.
पति से बार-बार होते झगड़ों से तंग आकर पत्नी ने रामाधार को ठिकाने लगाने की ठान ली थी. इसके लिए उसने अपने डबरा में रहने वाले जीजा सुरेंद्र जाटव, उनके रिश्तेदार नरेंद्र जाटव और उनके दो दोस्तों जितेंद्र शाक्य और दिनेश जाटव के साथ मिलकर पति की हत्या की योजना बनाई. इसके तहत रामाधार की हत्या के बाद बीमा की राशि का पैसा सभी आरोपियों में बराबर बराबर बांटा जाना था. योजना के तहत किसी को शक न हो इसलिए रामाधार की पत्नी को ननद के घर मुरैना के बागचीनी भेज दिया गया. 3 अप्रैल को रामाधार को अर्रु बागचीनी से ग्वालियर भेजा गया. इस दौरान पत्नी आरोपियों के संपर्क में थी और आरोपियों से पति की लोकेशन साझा कर रही थी. पुरानी छावनी पहुंचने पर रामधार को सुरेंद्र ने अपने तीन अन्य साथियों के साथ एक कार में बैठा लिया. उसे शराब पिलाई और तोलिया से गला घोंटकर कार में नरवर के पास हत्या कर दी. इसके बाद रामाधार का शव चीनौर में भौंरी की पुलिया के पास शव फेंक दिया.