सागर। सागर में चचेरी बहन की मौत से दुखी भाई उसकी चिता पर लेट गया। परिजन जब तक उसे बचाते तब तक वह बुरी तरह झुलस गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। बाद में बहन की चिता के पास ही भाई का अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार मामला सागर जिले के बहेरिया थाना क्षेत्र के मझगवां गांव का है। बताया गया कि गुरुवार की शाम मझगवां गांव में रहने वाली ज्योति उर्फ प्रीति दांगी लापता हो गई थी। शुक्रवार को दूसरे दिन सुबह ज्योति का शव गांव के ही कुएं से मिला। पुलिस ने जिला अस्पताल में पीएम कराया और शव स्वजनों को सौंप दिया। परिवार ने गांव पहुंचकर शाम छह बजे ज्योति का अंतिम संस्कार कर दिया।
इसकी जानकारी धार जिले में रहने वाले उदय सिंह के 21 वर्षीय बेटे करण सिंह को लगी तो वह अपनी चचेरी बहन की मौत से सदमे में आ गया। वह 500 किमी दूर धार से बाइक लेकर मझगवां पहुंच गया। लेकिन वह घर न जाते हुए सीधा उस स्थान पर पहुंचा जहां ज्योति का अंतिम संस्कार किया गया था। चिता की आग पूरी तरह ठंडी नहीं हुई थी। करण चिता पर लेट गया। आसपास के लोगों ने इसकी खबर उसके घरवालों को दी और उसे चिता से हटाया। लेकिन वह गंभीर रूप से झुलस गया था। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में दम तोड़ दिया। रविवार दोपहर को करण का अंतिम संस्कार उसकी चचेरी भाई की चिता के बाजू में किया गया।
बहेरिया थाना प्रभारी इस संबंध में बहेरिया थाना प्रभारी दिव्यप्रकाश त्रिपाठी का कहना है कि ज्योति के शव का पंचनामा कार्रवाई के बाद कफन-दफन के लिए उनकी सुपुर्द किया था। अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया था। दूसरे दिन उसका भाई पहुंचा और चिता में लेट गया था। दोनों ही मामलों में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है। पुलिस की जांच के बाद ही पूरे मामले की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।