नई दिल्ली: हालांकि परिवारवाले की तत्परता से उसकी जान बच गई लेकिन यह घटना उन तमाम क्रिकेटरों के लिए एक सबक है जो टीम में न चुने जाने से निराश हो जाते हैं और इस हद तक कदम उठाने पर मजबूर हो जाते हैं।
दक्षिणी सिंध प्रांत के हैदराबाद के एक युवा क्रिकेटर ने केवल इसलिए आत्महत्या की कोशिश की क्योंकि उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की इंटर-सिटी चैंपियनशिप की घरेलू टीम में खेलने का मौका नहीं मिला।
शोएब नाम का यह तेज गेंदबाज टीम में नाम न होने से इतना निराश हो गया कि उन्होंने अपनी कलाई काट ली लेकिन परिवार वालों की तत्परता से उस खिलाड़ी की जान बच गई। परिवार वालों की मानें तो “पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की इंटर-सिटी चैंपियनशिप में उनके कोच द्वारा ट्रायल में न शामिल करने से निराश इस युवा क्रिकेटर ने यह कदम उठाया। पहले उन्होंने अपने आप को कमरे में कैद कर लिया था।”
पाकिस्तान में यह इस तरह की पहली घटना घटना नहीं है जब किसी खिलाड़ी ने टीम में न चुने के बाद ऐसी कोशिश की हो। फरवरी 2018 में भी एक ऐसी ही घटना घटी थी जब एक अंडर-19 क्रिकेटर मुहम्मद जरयाब ने टीम में न चुने जाने के बाद कराची स्थित अपने घर पर फांसी लगा ली थी। हालांकि वह शोएब की तरह लकी नहीं थे। उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी थी।