नई दिल्ली. महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बुधवार को कहा कि शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से सरकार बना ली थी, तब हम लोग इस फैसले के समर्थन में नहीं थे. जब हमारी पार्टी के नेता ने यह फैसला लिया तो हमने उसे आदेश मानते हुए स्वीकार किया था, लेकिन उस फैसले से कोई खुश नहीं था. शिवसेना में मैं सबकी सुन रहा था और हमारे नेताओं के पास समय नहीं था. बहुत सारे लोग मेरे संपर्क में आए और मैंने उनकी मदद की. शिंदे दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारे नेताओं के खिलाफ काम हुआ, शिवसेना के खिलाफ काम हुआ, लोगों में बहुत गुस्सा था. एकनाथ शिंदे ने कहा कि चुनाव तो आते-जाते रहते हैं, जब आप पार्टी के लोगों के साथ गलत बर्ताव करेंगे तो आपके पास कौन आएगा? अब वो लोग हमें गद्दार कहते हैं, आपने तो कुर्सी के लिए हिंदुत्व को छोड़ दिया था. शिवसेना के संस्थापक बाला साहब की विचारधारा को छोड़ दिया था. ऐसे में गद्दार कौन है? शिंदे ने कहा कि हम तो हिन्दुत्व और बाला साहब की विचारधारा को आगे लेकर चल रहे हैं.
गद्दार कौन, खुद्दार कौन जनता सब जानती है
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जनता सब जानती है कि गद्दार कौन है और खुद्दार कौन है. जनता ने आपको नकार दिया है. जनता को सब पता है कि किस ने सही किया और किस ने गलत किया. शिंदे ने कहा कि मैं सिर्फ देने वाला हूं, लेने वाला नहीं हूं. कोई भी यह नहीं कह सकता है कि मैंने किसी से पैसा लिया है. समय आने पर एक-एक बात करूंगा. मुझसे ज्यादा हिसाब किसके पास होगा.