यमुना एक्सप्रेस-वे पर चेकिंग के दौरान रुकी एंबुलेंस, अंदर मिला कुछ ऐसा… पुलिस की फटी रह गईं आंखें

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मथुरा के मांट थाना क्षेत्र के यमुना एक्सप्रेस-वे पर बृहस्पतिवार को पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से एक एंबुलेंस को मुखबिर की सूचना पर पकड़ा। इसमें से 81 बोतल हरियाणा निर्मित शराब की बरामद हुईं, जिन्हें अवैध परिवहन कर ले जाया जा रहा था। शराब की कीमत डेढ़ लाख रुपये बताई गई है।

जिला आबकारी अधिकारी कुमार प्रभात चंद्र ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों से अवैध शराब की तस्करी की सूचना मिल रही थी। बृहस्पतिवार दोपहर तीन बजे वे खुद मांट थाना क्षेत्र के एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे। पुलिस के सहयोग से संदिग्ध गाड़ियों को रुकवाकर चेकिंग शुरू की। शाम पांच बजे करीब सायरन बजाते हुए एक एंबुलेंस आती दिखी। पुलिस को देख ड्राइवर ने एंबुलेंस को दूर सड़क किनारे खड़ा कर लघुशंका का बहाना किया। गतिविधि संदिग्ध लगने पर एंबुलेंस की ओर गए। एंबुलेंस में स्ट्रेचर पर सिर्फ रोगी लेटा था। परिजनों के बारे में पूछने पर ड्राइवर हड़बड़ा गया और खेत की तरफ भाग निकला। पुलिस व आबकारी टीम ने उसे दबोच लिया।

एंबुलेंस की तलाशी ली तो उसमें से 81 बोतल शराब बरामद हुईं, जो कि बिहार ले जाई जा रही थीं। शराब तस्कर संदीप कुमार तिवारी निवासी मुजफ्फरपुर, बिहार एवं रोशन कुमार निवासी वैशाली, बिहार को गिरफ्तार किया गया है। एंबुलेंस में स्ट्रेचर के नीचे गुप्त स्थान बनाकर बोतलों को छिपाया गया था। 108 लीटर शराब की कीमत डेढ़ लाख रुपये आंकी गई है।

इंस्पेक्टर मांट प्रदीप कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह हरियाणा से अवैध शराब लेकर यूपी के कई जिलों के साथ बिहार में सप्लाई करते थे। एंबुलेंस में अवैध तस्करी करने का फायदा मिल रहा था। एंबुलेंस पर पुलिस व आबकारी टीम शक नहीं करती थी। दिखावे के लिए उसमें साथी शराब तस्कर को मरीज बनाकर लिटा दिया जाता था। इंस्पेक्टर के अनुसार आरोपियों के खिलाफ आबकारी विभाग की ओर से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।