- बिहार में 12 साल की बच्ची से हैवानियत, नशे का इंजेक्शन देकर चार दिनों तक गैंगरेप - May 15, 2024
- घूमने गए एक ही परिवार के चार बच्चे गंडक नदी में नहाने उतरे, डूबने से चारों की मौत, तीन के शव बरामद - May 15, 2024
- बिहार के जमीन मालिकों को बड़ी राहत, अब बिना दाखिल-खारीज के भी बेचे जा सकेंगे जमीन! - May 15, 2024
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लेते हुए डॉक्टरों का मानदेय बढ़ा दिया है। इस बात की जानकारी सीएम ने खुद ट्वीट कर दी है। जिसमें PG फस्ट ईयर का 53550 से 67500 प्रति माह कर दिया गया है, PG सेंकेण्ड ईयर का 56700 से 71450 प्रति माह, PG थर्ड ईयर का 59200 से 74600 प्रति माह बढ़ाया गया है, वहीं MBBS का 12600 से 15900 प्रति माह कर दिया गया है। जूडा आंदोलन के बाद सरकार ने फैसला लिया है। साझा करते हुए संतोष हो रहा कि हमने जूनियर डॉक्टर्स की शिष्यवृत्ति में वृद्धि करने का निर्णय लिया है।
शिष्यवृत्ति की नवीन दर इस प्रकार से होंगी-
पीजी प्रथम वर्ष – 53550 से 67500 प्रति माह
पीजी द्वितीय वर्ष – 56700 से 71450 प्रति माह
पीजी तृतीय वर्ष – 59200 से 74600 प्रति माह…
वहीं राजधानी में जूडा पदाधिकारियों की बैठक जारी है, स्टाइपेंड बढ़ाने की घोषणा के बाद चर्चा चल रही है, जूडा की एक मांग पूरी हो गई है वहीं 2 मांगे अभी भी अधूरी हैं। हड़ताल खत्म होगी या नहीं इस पर चर्चा जारी है। बता दें कि बीते 1 अगस्त से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं, जूनियर डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने से इमरजेंसी सेवाएं ठप हो गई थी, पहले दिन जूडा ने ओपीडी का काम अस्पताल में शुरू रखा था। लेकिन 2 अगस्त को जूडा ने ओपीडी का पूर्णतः बहिष्कार कर दिया। हड़ताली जूडा ने मरीजों की परेशानियों को देखते हुए टेंट में ओपीडी सुविधाएं दी। यहां सभी रोगों से संबंधित ओपीडी सेक्शन मौजूद थे। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि हड़ताल की वजह से किसी भी मरीज को असुविधा नहीं होने देंगे। जूडा ने टेंट के सामने एक बैनर भी लगाया है। जिसमें लिखा था ‘काका क्या हुआ तेरा वादा’।