अखिलेश के चाचा रामगोपाल ने सीएम योगी से की मुलाकात, अंदर से आई ये बडी खबर

Akhilesh's uncle Ramgopal met CM Yogi, this big news came from inside
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने बीती शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के पीछे की वजह यह थी कि रामगोपाल यादव ने पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई जोगेंद्र सिंह यादव समेत उनके परिवार को अकारण प्रताड़ित नहीं करने का आग्रह किया है.

दरअसल, बसपा के जमाने से ही पूर्व विधायक रामेश्वर यादव, जोगेंद्र सिंह यादव, उनकी पत्नी और उनके परिवार पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं. योगी सरकार में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी इस परिवार पर कार्रवाई हुई है और अब इस परिवार को पुलिस कार्यवाही से बचाने की गुहार रामगोपाल यादव ने लगाई है.

रामेश्वर यादव की संपत्ति पर चला था बुलडोजर
एटा जिले का इस दबंग परिवार की हर तरफ तूती बोलती थी. इस परिवार पर गैंगस्टर एक्ट के साथ-साथ जमीन कब्जा करने सहित ढेरों मुकदमे दर्ज हैं. हाल ही में योगी सरकार ने भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए संपत्ति ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की थी, जिसके बाद खुद रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर बचाने की अपील की है.

रामेश्वर यादव को रामगोपाल का करीबी माना जाता है. रामेश्वर यादव समाजवादी पार्टी से तीन बार विधायक रहे हैं. रामेश्वर और उनके भाई जोगेंद्र यादव पर करीब 80 केस दर्ज हैं. सरकारी जमीन कब्जा करने के मामले में गैंगस्टर एक्ट के अलावा अन्य धाराओं में केस दर्ज है. पुलिस ने दोनों भाईयों की 29 करोड़ की संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरु की है.

रामेश्वर यादव की संपत्ति पर चला था बुलडोजर
18 जून को डीएम ने कुर्की का आदेश जारी किया था. दोनों भाई और उनकी पत्नी के नाम पर 28,81,00,549 रुपये की चल और अचल संपत्ति है. रामेश्वर यादव को पुलिस ने पहले ही गैंगस्टर एक्ट में आगरा से गिरफ्तार कर लिया गया. सरकारी जमीन पर कब्जा जमाने के लिए उन पर गैंग बनाकर काम करने का आरोप लगा है.

हालांकि, समाजवादी पार्टी की ओर से रामगोपाल यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्वीट की वजह कुछ और बताई गई. सपा ने ट्वीट करके कहा, ‘रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रदेशभर में पिछड़ों और मुसलमानों पर एकतरफा फ़र्ज़ी मुकदमें दर्ज कर उनके उत्पीड़न के संदर्भ में की बात, फ़र्ज़ी मुकदमों को वापस ले सरकार.’