Anil Ambani’s Reliance Capital: अन‍िल अंबानी की इस कंपनी की वैल्यू हुई जीरो! टूट गईं उम्‍मीदें, न‍िवेशकों में हाहाकार

Anil Ambani's Reliance Capital: The value of this company of Anil Ambani is zero! Broken hopes, panic among investors
Anil Ambani's Reliance Capital: The value of this company of Anil Ambani is zero! Broken hopes, panic among investors
इस खबर को शेयर करें

Reliance Capital: अगर आप भी शेयर बाजार में न‍िवेश करते हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है. कर्ज नहीं लौटा पाने के कारण अन‍िल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) के शेयरों की वैल्यू जीरो हो गई है. र‍िलायंस कैप‍िटल अनिल अंबानी (Anil Ambani) के रिलायंस समूह (Reliance Group) की कंपनी है. फ‍िलहाल इसमें कारोबार रोक दिया गया है, साथ ही डीमैट से सभी शेयर को डेबिट कर दिया गया है.

पब्लिक शेयर होल्डिंग 94 प्रत‍िशत से ज्‍यादा
रिलायंस कैपिटल में पब्लिक शेयर होल्डिंग 94 प्रत‍िशत से ज्‍यादा थी. इसका सीधा सा मतलब यह हुआ क‍ि इसमें रिटेल निवेशक ज्‍यादा थे और सबसे ज्‍यादा नुकसान भी उन्‍हें ही उठाना पड़ा. आरबीआई (RBI) ने र‍िलायंस कैप‍िटल के ख‍िलाफ एनसीएलटी (NCLT) का रुख क‍िया था. र‍िलायंस कैप‍िटल को द‍िवाल‍िया घोष‍ित करने की प्रक्र‍िया के तहत यह कार्रवाई की गई थी.

वैल्‍यू जीरो हो जाने के बाद न‍िवेश्‍क परेशान
आपको बता दें र‍िलायंस कैप‍िटल फाइनेंस से जुड़ी सर्व‍िसज ग्राहकों को देती थी. म‍िडकैप 50 का ह‍िस्‍सा रही यह कंपनी लाइफ, जनरल और हेल्‍थ इंश्‍योरेंस से जुड़ी सर्व‍िस देती थी. इसके अलावा र‍िलायंस कैप‍िटल ने कमर्श‍ियल, होम फाइनेंस, इक्‍व‍िटी और कमोड‍िटी ब्रोक‍िंग जैसे फील्‍ड में भी सेवाएं दी हैं. इन शेयर की वैल्‍यू जीरो हो जाने के बाद न‍िवेश्‍क परेशान हैं.

रिलांयस कैपिटल लंबे समय से कर्ज में फंसी हुई है. बुधवार को एक समिति ने कंपनी के रेजॉल्‍यूशन प्रोसेस की समीक्षा की. रिलायंस ग्रुप की इस कंपनी का अध‍िग्रहण करने के ल‍िए इंडसइंड बैंक, ओकट्री कैपिटल और टॉरेंट ग्रुप समेत छह कंपनियों ने बोली लगाई थी, यह प्रक्रिया 29 अगस्त को पूरी हो चुकी है. रिलायंस कैपिटल की तरफ से शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया गया क‍ि कंपनी की कर्जदाताओं की 18वीं बैठक मुंबई में हुई थी.

रिलायंस नेवल एंड इंजीनियरिंग के शेयरों में भी ट्रेडिंग रोक दी गई है. यह कंपनी भी इंसॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्‍सी कोड के तहत दि‍वालिया प्रक्रिया से गुजर रही है. इस कारण इन शेयरों को एडिशनल सर्विलांस मेजर (ASM) में डाल दिया गया है. ASM में आने के बाद इन शेयर में हफ्ते में सिर्फ एक बार ट्रेडिंग की जा सकती है.