अतीक अहमद का बेटा असद हरियाणा में छिपा? गुर्गों के अड्डों पर UPSTF की दबिश

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फरीदाबाद: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी असद अहमद फरार है। उत्तर प्रदेश STF (स्पेशल टास्क फोर्स) आरोपी की तलाश में जुटी है। टीम ने हरियाणा के भी कई इलाकों में छापेमारी शुरू की है। सूत्रों ने बताया कि STF की टीम रोहतक, मेवात से सटे हथीन, नूंह और फरीदाबाद के कई क्षेत्रों में दबिश दे चुकी है। टीम को इन क्षेत्रों से अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और गुर्गों से जुड़ी कई अहम जानकारियां मिली हैं। टीम अभी हरियाणा के कई अन्य ज़िलों सोनीपत और अंबाला में भी नज़र बनाए हुए है। टीम को इनपुट मिले थे कि उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी UP के प्रयागराज से कानपुर होते हुए मथुरा के रास्ते हरियाणा में प्रवेश कर चुके हैं। इसके बाद टीम ने हरियाणा में कुछ लोकेशन पर छापेमारी की। यहां से कोई गिरफ्तारी तो नहीं हुई, जिसके बाद टीम हरियाणा के अन्य शहरों में नज़र बनाए हुए है।

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रोहतक में दो दिन डाला था डेरा
सूत्रों ने बताया कि STF की टीम ने 26 और 27 फरवरी को रोहतक में डेरा डाल रखा था। जहां से उन्हें अतीक के गुर्गों से जुड़े कई अहम सबूत और इनपुट मिले, जिसके बाद टीम ने पलवल ज़िले के हथीन क्षेत्र, नूंह और फरीदाबाद के धौज व डबुआ इलाके में छापेमारी की। अभी टीम सोनीपत और अंबाला में भी इन गुर्गों की तलाश में लगी है।

यह था पूरा मामला
चर्चित बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी सुरक्षा में लगे दो गनर भी गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से एक की मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई, जब उमेश कचहरी से कार से धूमनगंज स्थित अपने घर पहुंचे थे। घटना के बाद हमलावर बाइक से भाग निकले थे। UP में प्रयागराज जि़ले के पश्चिम के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज इलाके में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उनके रिश्तेदार और दोस्त उमेश पाल मुख्य गवाह थे। उमेश ने सुप्रीम कोर्ट तक राजू पाल हत्याकांड की पैरवी की थी। इसी कारण अतीक गिरोह से उनकी दुश्मनी हो गई थी।

फरीदाबाद पहले भी बन चुका है अपराधियों का सेफ हाउस
2018 फरवरी में हरियाणा, UP, राजस्थान व दिल्ली के इनामी बदमाश हरिया गैंग का सरगना अपने गुर्गे के साथ फरीदाबाद के अरुआ गांव, तिगांव क्षेत्र में छिपा था। इस दौरान हुई मुठभेड़ में भैंसरावली का अरुण मारा भी गया था।

2020 में कानपुर के बिकरू कांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे फरीदाबाद आकर छिपा था। उसने एक DCP समेत आठ पुलिसवालों की हत्या की थी, जिसके बाद वह कानपुर से भागकर फरीदाबाद में आकर छिपा था और यहां से निकलकर उज्जैन चला गया था।

2022 अप्रैल में 26 साल से नक्सली इंडियन पीपुल्स फ्रंट (माले) के नेता को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था। किशुन पंडित फरीदाबाद में नाम बदलकर रह रहा था।

2022 नवंबर में फरीदाबाद में एक बाबा पकड़ा गया। बरसों से भीड़ जुटाकर झाड़-फूंक कर लोगों को इलाज के नाम पर झांसा देने वाला बाबा चोरी का आरोपी निकला। दशकों से फरार इस बाबा को दिल्ली पुलिस ने 31 साल पहले हुई मुर्गी चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया था।

2023 फरवरी में केंद्रीय विद्यालयों में प्राइमरी टीचर भर्ती परीक्षा (ऑनलाइन) में सेंध लगाने वाला सॉल्वर गैंग का UP की STF ने खुलासा किया। इसमें पलवल से एक युवक को टीम ने वेबसाइट हैक कर पेपर सॉल्व करते हुए पकड़ा था।