ट्रेन में रखे बोरे से आ रही थी दुर्गंध, GRP के जवानों ने खोलकर देखा तो उड़े होश

Bloody game between parents, mother hanged her son upside down in a water tank, did not leave him till he died, know the matter
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वाराणसी। लखनऊ से चलकर बनारस स्टेशन पहुंची इंटरसिटी एक्सप्रेस की बोगी में बोरी में किशोरी का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने शव कब्जे में लेकर शिनाख्त का प्रयास किया। उसकी पहचान कपसेठी की 16 वर्षीय किशोरी के रूप में हुई है। वह दसवीं की छात्रा थी और बीते सोमवार की सुबह से लापता थी।

स्वजन ने कपसेठी थाना पर गुमशुदगी की सूचना दी थी लेकिन पुलिस ने खोजबीन नहीं की। किशोरी की लाश मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शव की स्थिति देखकर लगता है किशोरी की हत्या अन्यत्र करके शव बोरे में भरकर ट्रेन की बोगी में डाल दिया गया होगा। पुलिस दुष्कर्म की आशंका से इन्कार नहीं कर रही है।

जूट के बोरे से आ रही थी दुर्गंध
गाड़ी संख्या 15108 प्रतिदिन की तरह लखनऊ से मंगलवार की शाम आठ बजे बनारस स्टेशन के प्लेटाफार्म संख्या पांच पर पहुंची। सभी यात्रियों के उतरने के बाद ट्रेन को साफ-सफाई के लिए यार्ड भेजने से पहले रात साढ़े बारह बजे रेलवे के पैडलाकिंग स्टाफ खिड़की-दरवाजों को बंद कर रहे थे। इसी दौरान जनरल कोच संख्या 164132 में बाथरूम के पास एक जूट का बोरा नजर आया। इसमें से उठते दुर्गंध से रेलकर्मियों को संदेह होने पर जीआरपी को सूचित किया। जीआरपी जवानों ने बोरी की जांच किया तो उसमें किशोरी का शव मिला।

बुरी हालत में थी बोरे में लाश
किशोरी की लाश को जिस तरह से बोरे में भरा गया था उसे देखकर जीआरपी के जवान भी दंग रह गए। हाथ-पैर को नायलान की रस्सी से बांधकर गठरी की तरह बना दिया गया था। बदन पर ज्वलनशील पदार्थ डाला गया था जिससे फफोले पड़ गए थे। चेहरे को पालिथिन से बांधने के बाद सबसे पहले शव को प्लास्टिक के बोरे में भरा गया था उससे बाद जूट के बोरे में डाला गया था। शव की हालत देखकर लग रहा था कि जैसे किशोरी की मौत दो से तीन पहले हुई हो।

बदन पर सलवार-सूट था
सेवापुरी स्टेशन से मिला स्वजन का सुराग किशोरी की पहचान के लिए जीआरपी ने उन स्टेशनों पर संपर्क करना शुरू किया जिससे होकर ट्रेन लखनऊ से बनारस आई थी। इसी क्रम में कैंट जीआरपी इंस्पेक्टर हेमंत सिंह टीम के साथ सेवापुरी स्टेशन पहुंचे। यहां जानकारी मिली कि कपसेठी थाना क्षेत्र के कुछ लोग लापता किशोरी की तलाश करते हुए जीआरपी के पास आए थे। उन लोगों से संपर्क किया गया तो किशोरी के कपड़ों, कान की बाली और पैर में पहने काले धागे से उसकी शिनाख्त की।

पुष्टि के लिए किशोरी के पिता व मामा को मर्चरी में रखे शव को दिखाया गया। उन्होंने किशोरी की पहचान कर ली। हत्यारों ने ट्रेन में भीड़ कम होने का उठाया फायदा जीआरपी को आशंका है कि किशोरी की हत्या अन्यत्र करने के बाद उसे बोरे में भरकर हत्यारे सेवापुरी स्टेशन लाए होंगे। यहां शाम को छह बजे ट्रेन के रुकने पर उसमें बोरे को चढ़ा दिया होगा। लखनऊ से आने वाली ट्रेन सेवापुरी स्टेशन तक आते-आते काफी खाली हो जाती है। इसलिए बोरे में लाश होने की जानकारी किसी को नहीं हो पाई और हत्यारे वहां से आसानी से निकल गए होंगे।

मौत के बाद दर्ज किया मुकदमा
सोमवार की सुबह किशोरी स्वजन से दोस्त के घर किताब लेने जाने की बात कहकर घर से निकली थी। देर रात तक नहीं लौटी तो स्वजन ने कपसेठी थाने पहुंचकर तहरीर दिया और किशोरी की तलाश करने की मिन्नत की। पुलिस ने सुबह आने की बात कहकर वापस भेज दिया। इसके बाद भी किशोरी की तलाश करने की कोई कोशिश नहीं की। उसका शव मिलने की जानकारी होने पर बुधवार की शाम अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है। हत्यारों की तलाश के लिए सेवापुरी स्टेशन व आसपास के लगे कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।