China New Virus: कोरोना वायरस के बाद चीन में एक और वायरस अपने पैर पसार रहा है और इस बार उसका शिकार मासूम बन रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में चीन के हजारों बच्चों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. फिर वही बदहवासी, फिर वही बेचैनी और वही परेशानी, पिछले कुछ दिनों से चीन के लोग फिर से कोविड काल वाला मंजर देख रहे हैं. लेकिन इस बार दर्द थोड़ा ज्यादा है और वजह हैं मासूम. किसी भी मां-बाप के लिए उनके बच्चों का दर्द उनकी तकलीफ सबसे ज्यादा होती है और यही इन दिनों चीन में हो रहा है. यही रहस्यमयी वायरस यूरोप से होते हुए अमेरिका तक पहुंच गया है. क्या है ये वायरस और कैसे हैं चीन और अमेरिका के हालात ये जान लेते हैं.
क्या हैं बीमारी के लक्षण?
चीन के लोग इस वक्त रहस्यमयी वायरस से जूझ रहे हैं जो मासूमों को अपना शिकार बना रहा है. चीन में फैले इस रहस्यमयी वायरस से जूझ रहे बच्चों में कुछ खास लक्षण देखने को मिल रहे हैं. चीन से आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चों को 37.3 डिग्री सेल्सियस तक का बुखार आ रहा है साथ ही कई बच्चों को बलगम के बिना लगातार खांसी आ रही है जो चिंता का विषय है. CT स्कैन में फेफड़ों में सूजन भी दिखाई दे रही है. ये लक्षण सामान्य निमोनिया जैसे ही हैं लेकिन कुछ अलग भी है.
अभी तक नहीं हो पाई वायरस की पहचान
चीन के डॉक्टर्स इस नए वायरस को अभी तक पहचान नहीं पाए हैं. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस रहस्यमयी बीमारी का पता लगाने और इलाज के लिए रिसर्च शुरू कर दी है. लेकिन अस्पतालों में लगातार बढ़ती बच्चों की संख्या ने सभी को टेंशन में डाल दिया है.
बेहतर हेल्थ सिस्टम की हो रही मांग
चीन के अलग-अलग प्रांतों में हजारों बच्चे बीमार हो रहे हैं जिससे उनके मां-बाप बेहद परेशान हैं. साथ ही अस्पताल भी चिंता जता रहे हैं और एक बेहतर हेल्थ सिस्टम विकसित करने की मांग कर रहे हैं. लेकिन चीन के विदेश मंत्री का दावा कुछ अलग ही है.
चीनी सरकार नहीं हो रही सावधान
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन में एक पूर्ण चिकित्सा प्रणाली है, हाल ही में, हमने चीन के कुछ हिस्सों में बच्चों में फ्लू के कुछ मामले देखे हैं, वास्तव में ये कई देशों और चीन में एक बहुत ही सामान्य घटना है जिसे प्रभावी नियंत्रण में रखा गया है.
अमेरिका तक फैला रहस्यमयी वायरस
ये कोई पहला मौका नहीं है जब चीन ने ऐसे दावे किए हों. कोविड के वक्त भी चीन ने नहीं माना था कि वायरस उनके देश से निकला. अब फिर से वही कहा जा रहा है लेकिन चीन के दावों पर दुनिया को भरोसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि चीन की तरह रहस्यमयी वायरस अमेरिका में भी फैल रहा है.
‘व्हाइट लंग सिंड्रोम’ का प्रकोप
रिपोर्ट्स की मानें, अमेरिका के ओहियो में बड़ी संख्या में बच्चे निमोनिया के चपेट में आ रहे हैं. सिर्फ वॉरेन काउंटी में अगस्त से अभी तक 142 बच्चों में इस तरह के मामले सामने आए हैं. बीमार बच्चों की औसत उम्र 8 साल है. स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी का नाम ‘व्हाइट लंग सिंड्रोम’ दिया गया है.
क्या है बीमारी की वजह?
हेल्थ ऑफिसर्स की मानें तो ओहियो में फैल रही ये बीमारी ठीक चीन में फैल रही बीमारी की तरह ही है जो मेडिकल डिपार्टमेंट के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. डॉक्टर्स इसके पीछे की वजह ढूंढने में लगे हैं तो वहीं लोगों से सावधानी बरतने को कहा गया है.
नीदरलैंड में भी फैली बीमारी
अमेरिका की तरह कई यूरोपीय देश भी इसी तरह के संकट से जूझ रहे हैं. खास तौर पर नीदरलैंड्स, जहां बच्चों में निमोनिया के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, पिछले हफ्ते नीदरलैंड्स में 5 से 15 साल की उम्र के प्रत्येक 100,000 बच्चों में से 80 को अस्पताल में भर्ती करवाया गया. 4 साल और उससे कम उम्र के बच्चों में निमोनिया के मामले भी बढ़ रहे हैं जो प्रति 100,000 पर 124 से बढ़कर 145 हो गए हैं जोकि चिंताजनक है.