मौत की तबाहीः अस्पताल में लाशों का अंबार, चारों ओर मचा हाहाकार-रौंगटे खडी कर देंगी तस्वीरें

Death's devastation: A pile of dead bodies in the hospital, the pictures will create ruckus all around
Death's devastation: A pile of dead bodies in the hospital, the pictures will create ruckus all around
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गांधीनगर। गुजरात के मोरबी पुल हादसे में पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को पुल का रखरखाव करने वाली ओरेवा कंपनी के 9 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें कंपनी के दो मैनेजर, हाल ही में ब्रिज की रिपेयरिंग करने वाले दो कॉन्ट्रैक्टर, दो टिकट क्लर्क और तीन सिक्योरिटी गार्ड शामिल हैं।

राजकोट रेंज के आईजी अशोक कुमार ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 50 लोगों की टीम मामले की जांच में जुटी है। पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार बड़े लोगों को कब गिरफ्तार किया जाएगा। इस सवाल पर आईजी ने कहा- अभी तक जिनकी भूमिका सामने आई उन्हें गिरफ्तार किया गया। जैसे-जैसे नाम सामने आते जाएंगे और गिरफ्तारियां होती जाएंगी।

अब तक 134 की मौत
गुजरात के मोरबी पुल हादसे में मृतकों की संख्या सोमवार सुबह 134 पहुंच गई। इनमें 45 की उम्र 18 साल से कम है। मृतकों में महिलाओं और बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। 170 लोग रेस्क्यू किए गए हैं। हादसा रविवार शाम 6.30 बजे तब हुआ, जब 765 फीट लंबा और महज 4.5 फीट चौड़ा केबल सस्पेंशन ब्रिज टूट गया। 143 साल पुराना पुल ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था।

यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत की गई थी। हादसे से 5 दिन पहले 25 अक्टूबर को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया। रविवार को यहां भीड़ क्षमता से ज्यादा हो गई। हादसे की भी यही वजह बताई जा रही है। हादसे का 30 सेकेंड का वीडियो भी सामने आया है। इसमें 15 सेकेंड के बाद पुल टूट गया और लोग मच्छू नदी में समा गए।

मोरबी हादसे के बड़े अपडेट्स…

पुलिस ने मामले में ओरेवा कंपनी का मैनेजर, दो टिकट क्लर्क, रिपेयरिंग करने वाले कॉन्ट्रैक्टर समेत 9 लोग गिरफ्तार किया।

50 लोगों की टीम मामले की जांच में जुटी है।

मामले में धारा 304, 308 और 114 के तहत केस दर्ज किया गया है।

26 अक्टूबर को बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के खोला गया था सस्पेंशन पुल।

फोरेंस‍िक सूत्र के अनुसार, ब्रिज का पुराना केबल भारी दबाव के कारण टूटा।

PM मोदी मंगलवार दोपहर बाद मोरबी जाएंगे।

मोरबी हादसे में मारे गए लोगों का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाएगा। ये फैसला गुजरात सरकार ने लिया है।

राजकोट के भाजपा सांसद मोहनभाई कुंडारिया के परिवार के 12 लोग हादसे में मारे गए।

हेल्पलाइन नंबर 02822243300) जारी। मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बना।

राष्ट्रीय एकता दिवस पर बोलते-बोलते PM मोदी का गला रूंधा
PM मोदी केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस पर बोल रहे थे। इस दौरान वे भावुक हो गए। कहा- जिन लोगों को अपना जीवन गंवाना पड़ा, उनके परिवारों को प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। बचाव कार्य में NDRF, सेना और वायुसेना की टीमें लगी हुई हैं। लोगों को दिक्कतें कम हों, ये कोशिश है। PM मोदी सोमवार दोपहर को बनासकांठा पहुंचे, यहां उन्होंने कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान ब्रिज हादसे पर बात करते हुए वे भावुक हो गए।

बनने के बाद से पुल का कई बार रेनोवेशन किया जा चुका है। हाल ही में दिवाली से पहले इसके मरम्मत का काम 2 करोड़ की लागत से किया गया था। भास्कर को मोरबी के भाजपा सांसद मोहन कुंडारिया ने बताया कि ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन कई लोग झूले पर अटके रहे।

सड़क एवं भवन विभाग मंत्री जगदीश पांचाल ने भास्कर से कहा कि यह पुल नगर निगम के दायरे में आता है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि ब्रिज की क्षमता 100 लोगों की है, लेकिन रविवार की छुट्टी होने के चलते हादसे के वक्त ब्रिज पर 400 से 500 लोग जमा थे। इसी के चलते ब्रिज बीच से टूट गया।

किसी का सुहाग उजड़ा तो किसी की कोख
मोरबी हादसे में किसी ने औलाद खो दी, किसी ने जीवन साथी। किसी की कोख में ही उसकी औलाद की कब्र बन गई। किसी के अपने उसकी आंखों के आगे डूब गए। सोमवार की सुबह से हर ओर ऐसे ही मंजर दिखाई दे रहे हैं।

4 पॉइंट में मोरबी हादसा, एक्शन और रेस्क्यू…

1. जिम्मेदारी किसकी, एक्शन क्या हुआ

ब्रिज के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी ओरेवा ग्रुप के पास है। इस ग्रुप ने मार्च 2022 से मार्च 2037 यानी 15 साल के लिए मोरबी नगर पालिका के साथ एक समझौता किया है। ग्रुप के पास ब्रिज की सुरक्षा, सफाई, रखरखाव, टोल वसूलने, स्टाफ का प्रबंधन है। कमेटी बनाई गई है, जो हादसे की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपेगी। जिम्मेदारों पर गैरइरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है। इस FIR में ओरेवा कंपनी या उसके मालिक का नाम नहीं है।

यहां टिकट के ज्यादा पैसे वसूले जा रहे थे। मुनाफे के लालच में टिकट बेचने वालों ने क्षमता से ज्यादा लोगों को टिकट दे दिए। पुलिस ने 9 लोगों को हिरासत में लिया है।

2. रेस्क्यू

रात में ही SDRF, NDRF, आर्मी और वायुसेना की टीमें पहुंच गई थीं। इनके अलावा जामनगर यानी 100 किमी. दूर से वायुसेना के 50 गरुड़ कमांडो भी पहुंचे। सोमवार सुबह NDRF अफसर ने बताया कि कुछ शव पुल के नीचे फंसे हो सकते हैं। मटमैले पानी की वजह से लोगों को ढूंढने में दिक्कत आ रही है। रेस्क्यू बोट्स, तैराक, गोताखोर के अलावा दर्जनभर टीमें ऑपरेशन में जुटी हैं।

3. मदद

राज्य और केंद्र सरकार दोनों ने हादसे के प्रभावितों को मदद का ऐलान किया है। केंद्र मृतकों के आश्रितों को दो लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देगा। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मृतकों के आश्रितों को 4 लाख और घायलों काे 50 हजार दिए जाएंगे।

4. आरोप
कांग्रेस ने कहा कि चुनाव की जल्दबाजी में भाजपा ने पुल को लोगों के लिए जल्दी खोल दिया। खुलने के 5 दिन बाद ही पुल कैसे ढह गया। इसकी जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अगुआई में जांच कमेटी बनानी चाहिए।