वनों में धधक रही आग, पहाड़ों पर छाया अंधेरा… 48 घंटे से पिथौरागढ़ के 125 गांवों में बिजली गुल

Fire is burning in the forests, there is darkness on the mountains… electricity failure in 125 villages of Pithoragarh for 48 hours
Fire is burning in the forests, there is darkness on the mountains… electricity failure in 125 villages of Pithoragarh for 48 hours
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पिथौरागढ़; उत्तराखंड के जंगलों में पिछले कई दिनों से आग ने तांडव मचाया हुआ है. खासकर कुमाऊं क्षेत्र को देखा जाए तो अल्मोड़ा, नैनिताल और पिथौरागढ़ के जंगलों में आग को लेकर हर कोई चिंतित है. अब खबर पिथौरागढ़ जिले से आ रही है. यहां गणाई गंगोली क्षेत्र की बिजली आपूर्ति 48 घंटे बाद भी बहाल नहीं हो सकी और सैकड़ों गांव अंधेरे में जीवन जी रहे हैं. बिजली न होने के कारण गणाई क्षेत्र के लोगों को अंधेरे में ही रात गुजारनी पड़ी रही है.

बता दें कि प्रदेश में पहाड़ों पर जंगल धधक रहे हैं. शनिवार को पिथौरागढ़ के गणाई क्षेत्र में एक जलता चीड़ का पेड़ बिजली की लाइन पर गिर गया, जिस कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गई. 48 घंटे बाद भी इसे ठीक नहीं किया जा सका. शनिवार शाम गुल हुई बिजली अभी तक बहाल नहीं हो सकी है. बिजली न होने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है,. लोगों को घरों में काम करने में दिक्कत आ रही है तो वहीं दूसरी ओर आइसक्रीम और दुग्ध उत्पाद खराब होने से व्यापारियों को लाखों का नुकसान हो रहा है.

125 गांवों के लोगों ने अंधेरे में गुजारी रात
शनिवार शाम को एक चीड़ का पेड़ 33 केवी की लाइन पर गिर गया था, जिसके चलते गणाई क्षेत्र की बिजली गुल हो गई. बिजली गुल होने के कारण 125 गांवों के लोगों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ी. बिजली न होने के कारण लोगों को रविवार को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मिली जानकारी के मुताबिक, लाइन सुधार का काम किया जा रहा है. प्रशासन की तरफ से लागतार प्रयास किए जा रहे हैं कि जहां-जहां इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, उसको सुचारू रूप से बहाल किया जाए, लेकिन अभी तक उत्तराखंड के जंगलों की आग बुझने का नाम नहीं ले रही है.

देहरादून में 22 झोपड़िया जलकर राख
देहरादून में खुड़बुड़ा मोहल्ले में शनिवार को आग से 22 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं. आग के लगने की वजह ये रही कि इस जगह पर कुछ मजदूर तांबा जला रहे थे, जिसकी आग दूर तक फैल गई और ये हादसा हो गया. इस भीषण अग्निकांड से आसपास हड़कंप मच गया. गनीमत यह रही कि आग से पहले ही सभी बच्चे और यहां रहने वाले लोग बाहर चले गए.

आग लगने की वजह से सिलेंडर भी फट गए
आग से यहां पर रखें पांच छोटे सिलेंडर भी फट गए. करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया. यहां पांच सिलेंडर एक साथ फटने से आग विकराल हो गई. हादसे की खबर मिलते ही दमकल की टीम मौके पर पहुंची. आग बुझाने में टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. गनीमत रही कि हादसे में किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ.