नई दिल्ली. रेमंड ग्रुप के चेयरमैन गौतम सिंघानिया (Gautam singhania) का अपनी पत्नी नवाज मोदी (Nawaz Modi) के साथ चल रहा विवाद में अब एक नया मोड़ आया है. नवाज मोदी को रेमंड ग्रुप की तीन कंपनियों ने अपने बोर्ड से बाहर कर दिया है. 31 मार्च को एक एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी आम बैठक (EGM) के जरिए यह काम किया गया है. नवाज को जिन कंपनियों के बोर्ड से बाहर किया गया है, उनमें जेके इन्वेस्टर्स लिमिटेड (JKI), रेमंड कंज्यूमर केयर (RCCL) और स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व शामिल हैं.
CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, नवाज मोदी ने 25 अप्रैल को रेमंड के दक्षिण मुंबई कार्यालय में जेके इन्वेस्टर्स और स्मार्ट एडवाइजरी-फिनसर्व की एक असाधारण आम बैठक में भाग लिया. नवाज मोदी ने कहा कि उन्होंने जेके इन्वेस्टर्स और स्मार्ट एडवाइजरी-फिनसर्व की बोर्ड बैठक में भाग लिया और व्यक्तिगत रूप से अपना पक्ष रखा. रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया है कि बोर्ड ने उनकी रिपोर्ट में कोई “ब्लैक स्पॉट” नहीं होने के बावजूद बाहर का रास्ता दिखा दिया.
स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी रेमंड ने अभी तक नवाज मोदी को बोर्ड से बाहर करने का प्रस्ताव नहीं रखा है. लेकिन, रेमंड के बोर्ड से भी नवाज के जल्द ही बाहर होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. नवाज मोदी को जून 2015 में जेके इन्वेस्टर्स लिमिटेड, अक्टूबर 2017 में स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व और दिसंबर 2020 में रेमंड कंज्यूमर केयर में निदेशक नियुक्त किया गया था.
शेयरहोल्डर्स ने बुलाई थी मीटिंग
जेके इन्वेस्टर्स और स्मार्ट एडवाइजरी के शेयरहोल्डर्स ने कंपनी को पत्र लिखकर नवाज मोदी को डायरेक्टर पद से हटाने के लिए मीटिंग बुलाने का अनुरोध किया था. निवेशकों ने लिखा कि डॉयरेक्टर के रूप में नवाज मोदी पर उन्होंने विश्वास खो दिया है. बोर्ड से निकाले जाने की सूचना मिलने के बाद नवाज मोदी ने कहा कि वे गौतम सिंघानिया के गलत कामों को उजागर कर रही हैं, इसीलिए उनके साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है. पहले मारपीट की गई और अब कंपनी से निकाल दिया.
नवाज से अलग हो चुके हैं गौतम
रेमंड ग्रुप के चेयरमैन गौतम सिंघानिया ने 13 नवंबर 2023 में अपनी पत्नी नवाज मोदी सिंघानिया से अलग होने का ऐलान किया था. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X और इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिख बताया था कि अब नवाज और उनके रास्ते अलग हो चुके हैं. इसके बाद नवाज ने गौतम सिंघानिया पर मारपीट करने और घर से निकालने का भी आरोप लगाया था.
संपत्ति में 75 फीसदी हिस्सा चाहती हैं नवाज
गौतम सिंघानिया के अलग होने का ऐलान करने के बाद नवाज मोदी ने करीब 11 हजार करोड़ रुपए की कुल संपत्ति में 75 फीसदी हिस्सेदारी मांगी थी. हालांकि, अभी तक संपत्ति बंटवारे पर कोई भी आखिरी फैसला नहीं हुआ है. गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत सिंघानिया ने इस विवाद पर कहा था कि वे बहू नवाज के साथ हैं. विजयपत का कहना था कि उनका बेटा गौतम आसानी से बहू को संपत्ति में हिस्सा नहीं देगा.