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नई दिल्ली: साइबर सिक्योरिटी कंपनी की एक रिपोर्ट की मानें, तो ऑनलाइन गेमिंग के दौरान हर भारतीय को औसतन 7,894 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. पिछली तीन तिमाही के दौरान गेमर्स पर किये गये सर्वे के अनुसार, लगभग 75% भारतीयों पर साइबर अटैक हुए हैं. ये सभी अटैक्स गेमिंग अकाउंट से किये गए हैं.
35% डिवाइस में अनऑथराइज्ड ऐक्सेस
साइबर सिक्योरिटी कंपनी की रिपोर्ट यह बताती है कि इस दौरान एक बात कॉमन रही है. गेमर्स को गेमिंग डिवाइस में मैलिशियस सॉफ्टवेयर के चलते फ्रॉड का सामना करना पड़ा है. यही नहीं, 35% डिवाइस में ऑनलाइन गेमिंग के दौरान अनऑथराइज्ड ऐक्सेस का सामना करना पड़ा है.
5 में से 4 भारतीय साइबर हमले का शिकार
ऑनलाइन गेमिंग के दौरान जिन गेमर्स पर साइबर हमले किये गये हैं, उनकी संख्या लगभग 81% है. यानी हर 5 में से 4 भारतीय को ऑनलाइन गेमिंग के दौरान साइबर हमले का सामना करना पड़ा है, जिससे उन्हें औसतन 7,894 रुपये का नुकसान हुआ है.
ऑनलाइन गेमिंग पर क्या कहती है रिपोर्ट?
ऑनलाइन गेमिंग के दौरान गेमर्स को हिडेन फीस और इन-गेमिंग करेंसी, कैरेक्टर और अन्य आइटम को ऐक्सेस करने के दौरान साइबर फ्रॉड की घटनाएं सामने आती हैं. 5 में से 2 यूजर्स गेम खेलने के लिए पर्सनल सिक्योरिटी के साथ समझौता कर लेते हैं. इससे उनकी डिवाइस में गेम डाउनलोडिंग के दौरान मालवेयर आ जाते हैं, जिससे बैंकिंग फ्रॉड जैसी घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है.