हरियाणा में पुलिसवालों ने ही कर डाली 9 करोड़ की बिटकॉइन डकैती, जानें क्या है पूरा मामला

इस खबर को शेयर करें

सिरसा: हरियाणा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पर पुलिस (Haryana Police News) पर ही अपहरण और डकैती का आरोप लगा है। सिरसा शहर थाना पुलिस (Sirsa Police) ने इस मामले में एएसआई शिव कुमार और चार अन्य पुलिस वालों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी पुलिसवाले सोनीपत (Sonipat Police) के हैं। इनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने जयपुर के एक शख्स का किडनैप (Haryana Kidnapping News) करके उससे 9 करोड़ रुपये के 30 बिटकॉइन जबरन ट्रांसफर करवाए।

मामला 9 साल पहले शुरु हुआ। राजस्थान के रहने वाले शशिकांत पर उसके दोस्त ने खरखौंदा में 2013 को फ्रॉड का मामला दर्ज करवाया था। तब से वह भगोड़ा था। 23 जनवरी को को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस उसे गिरफ्तार करके लाई और पूछताछ की। पूछताछ के बाद आरोपी तब पीड़ित बन गया जब उसने पुलिस वालों पर किडनैपिंग और वसूली का आरोप लगाया।

फॉर्महाउस में बंधक बनाकर रखने का आरोप
शशिकांत ने अपने बयान में कहा कि वह डिजिटल क्रिप्टो करंसी में कई सालों से काम कर रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात एएसआई शिवकुमार और मोनू से हुई। दोनों की बातचीत होने लगी।

शशिकांत ने बताया कि 22 जनवरी को वह जयपुर में अपने दोस्त गौरव के फ्लैट पर गया था। दो पुलिसवाले वहां आए और उन दोनों को कैद कर लिया। वहां से पुलिसवाले उन्हें एक फॉर्महाउस में ले गए और वहां पर बंधक बनाकर रखा।

पत्नी को किया वॉट्सऐप कॉल
फॉर्महाउस में कुछ देर बाद एएसआई शिवकुमार का वॉट्सऐप कॉल उसकी पत्नी के मोबाइल पर आया। उसने 25 बिटकॉइंस मांगे। शशिकांत ने आरोप लगाया कि उसने और उसके दोस्त ने 30 बिटकॉइंस पुलिसवालों को ट्रांसफर किए। ये बिटकॉइंस 9 करोड़ रुपये के थे। उसने यह ट्रांसजेक्शन अपने मोबाइल से किया।