Jugendra Singh Yadav Arrest: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुस्लिम और यादव नेताओं की मुश्किलें बढ़ती जा रहीं हैं. इसी क्रम में गुरुवार को एटा (Etah) जनपद के कद्दावर सपा नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव (Jugendra Singh Yadav) को दिल्ली से लखनऊ जाते समय मथुरा में गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद भारी सुरक्षा के बीच एटा जेल भेज दिया गया. जुगेंद्र सिंह यादव की गिरफ़्तारी प्रदेश की सियासत में इसलिए भी मायने रखती है कि वह सपा के महासचिव राम गोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) के रिस्तेदार और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के करीबी हैं.
सपा नेता जुगेंद्र सिंह यादव पिछले लगभग एक साल से फरार चल रहे थे. उनकी तलाश में कई प्रदेशों में पुलिस छापेमारी कर रही थी. सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस करके उनको मथुरा के जैत थाना क्षेत्र में गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की गाड़ी के अंदर बैठे जुगेंद्र सिंह यादव ने एबीपी गंगा को बताया कि जो जुल्म और अत्याचार हो रहा है वो आप लोग देख रहे हैं और इस जुल्म का जवाब जनता देगी. उन्होंने बताया कि गिरफ़्तारी के समय वह दिल्ली से लखनऊ जा रहे थे. रास्ते में मथुरा में उनकी गाड़ी चेक की गई और उनसे नाम पूछा. उन्होंने अपना नाम सही बताया तो पुलिस ने कहा कि आपको गिरफ्तार किया जाना है और तो मैंने कहा, ‘चलिए ले चलिए.’
राम गोपाल ने गिरफ्तारी रोकने की सीएम योगी से की थी अपील
सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने 1 अगस्त 2022 को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर जुगेंद्र सिंह की गिरफ़्तारी रोककर उनके परिवार के मामलों की सीबीआई या एसआईटी से जांच करवाने को कहा था. जुगेंद्र की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रसाशन द्वारा एटा जेल को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. जेल जाते समय लोगों ने जुगेंद्र सिंह यादव जिंदाबाद के नारे लगाए और उनके पैर भी छुए. एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने जुगेंद्र सिंह यादव कि गिरफ्तारी के बारे में बताया कि वह आईपीसी की धारा 395, 307,354 (ख) के अंतर्गत अलीगंज में वांछित चल रहे थे.
जुगेंद्र पर दर्ज हैं 86 मुकदमे दर्ज हैं
जुगेंद्र को क्राइम ब्रांच एटा, कोतवाली नगर एटा और मथुरा पुलिस की टीम की मदद से गिरफ्तार किया गया है. जुगेंद्र सिंह यादव पर कुल 86 मुक़दमे दर्ज हैं और वर्तमान में वह तीन थाना क्षेत्र अलीगंज, बागवाला, नया गावं थाना के तीन केस में फरार चल रहे थे. इन पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था. वह गैंगस्टर एक्ट के भी आरोपी हैं. पिछले दिनों उनकी एटा और पूरे प्रदेश भर में स्थिति प्रॉपर्टी को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया गया था और उनकी संपत्तियों पर बुलडोजर भी चला था.