अभी अभीः चीन में कोरोना ने मचाई तबाही, अस्पतालों में लगे लाशें के ढेर, दहशत में लोग

Just now: Corona wreaks havoc in China, piles of dead bodies in hospitals, people in panic
Just now: Corona wreaks havoc in China, piles of dead bodies in hospitals, people in panic
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बीजिंग। चीन में कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों में छूट दिए जाने के बाद हालात बदतर हो गए हैं। सोशल मीडिया पर इसको लेकर लगातार चिंता जताई जा रही है। महामारी विज्ञान के जानकार एरिक फिगल डिंग ने ट्विटर पर चीन में कोरोना से बदहाली को लेकर लिखा है। करीब 20 पोस्ट की इस थ्रेड में उन्होंने यहां पर तेजी से फैलते कोरोना और असहाय होते सिस्टम के बारे में बताया है। एरिक के मुताबिक अगर यही हाल रहा तो अगले 90 दिनों में धरती की 10 फीसदी आबादी संक्रमण का शिकार हो जाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं, एरिक ने कोरोना से लाखों लोगों के मौत के गाल में समा जाने की आशंका भी जाहिर की है।

बहुत तेज है संक्रमण की रफ्तार
एरिक ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों में छूट के बाद हाल बदहाल हो चुका है। आलम यह है कि लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। संक्रमित हो रहा है होता रहे, जो मर रहा है मरता रहे। उन्होंने लिखा है कि लोग तेजी से संक्रमित हो रहे हैं और यह संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। एरिक ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया है। वीडियो किसी अस्पताल का है, जिसमें लाशों का अंबार दिखाया गया है। उनका दावा है कि यह नॉर्थ ईस्ट चीन का विजुअल है और यह सभी मौतें सिर्फ एक रात में हुई हैं। एरिक के मुताबिक संक्रमण की रफ्तार दोगुनी हो चुकी है। इसकी वजह यह है कि पीसीआर टेस्ट की रफ्तार उतनी तेज नहीं है। जब तक एक मामले की रिपोर्ट आती है, तब तक संक्रमण और बढ़ चुका होता है। उन्होंने कहा है कि पूरी दुनिया खतरे में है।

मुर्दाघरों में जगह नहीं बची
इसके साथ ही डॉक्टर एरिक ने चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों की अन्य देशों में रिपोर्टिंग न होने पर भी चिंता जताई है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि हॉस्पिटल्स और बीजिंग में फ्यूनरल इंडस्ट्री चेन के सर्वे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इसके मुताबिक हालिया समय में अंतिम संस्कार में तेजी आई है, जो दिखाता है कि मौतों में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि बीजिंग में 24 घंटे और सातों दिन नॉन स्टॉफ अंतिम संस्कार हो रहा है। मुर्दाघरों में जगह तक नहीं बची है। रेफ्रिजेरेटेड कंटेनर्स की बड़ी संख्या में जरूरत है। 2000 से ज्यादा शव अंतिम संस्कार के लिए इंतजार में हैं। ऐसा लग रहा है जैसे 2020 का कोरोना काल फिर से वापस लौट आया है।

क्या दुनिया पर भी होगा असर?
डॉक्टर एरिक आगे लिखते हैं कि बीमारी बढ़ने के साथ दवाओं की भी शॉर्टेज होने लगी है। उन्होंने बताया कि 18 दिसंबर को झुहाई सिटी में आइबूप्रोफेन पूरी तरह से बिक चुकी थी। वहीं दुनिया के ऊपर पड़ने वाली इस बीमारी को लेकर भी एरिक ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने लिखा है कि क्या हम तीन साल पहले का मिला सबक भूल चुके हैं? 2022-2023 में भी कोरोना का पूरी दुनिया पर बहुत बुरा असर होने वाला है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह दुनिया के ऊपर सीधे तौर पर तो असर नहीं डालेगा, लेकिन इसका प्रभाव किसी न किसी तरह से तो पड़ेगा ही। एरिक के मुताबिक चीन में आने वाली कोरोना की यह सुनामी दुनिया की अर्थव्यवस्था को तबाह कर देगी।