नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है। नई कीमतें 15 मार्च 2024 यानी शुक्रवार सुबह 6 बजे से प्रभावी होंगी। हाल ही में लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) और कम्प्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) की कीमतों में कटौती के साथ अटकलें लगाई जा रही थीं कि आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती हो सकती है।
तेल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) ने बताया है कि उन्होंने देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव किया है। नई कीमतें शुक्रवार सुबह 6 बजे से लागू होंगी। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा। डीजल से चलने वाले 58 लाख से ज्यादा भारी माल वाहनों, 6 करोड़ कारों और 27 करोड़ दोपहिया वाहनों की परिचालन लागत कम हो जाएगी।
कई तरह के होंगे फायदे
पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होने से कई तरह के फायदे होंंगे। इससे लोगों की डिस्पोजेबल इनकम बढ़ेगी। टूरिज्म और ट्रैवल इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा। महंगाई कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। उपभोक्ता विश्वास और खर्च में बढ़ोतरी होगी। परिवहन पर निर्भर व्यवसायों के लिए खर्च में कमी आएगी। लॉजिस्टिक्स, विनिर्माण और खुदरा क्षेत्रों के लिए प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ेगी। किसानों के लिए ट्रैक्टर संचालन और पंप सेट पर खर्च कम होगा।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर पीएम ने दिया था तोहफा
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रसोई गैस की कीमतों में प्रति सिलेंडर 100 रुपये की कटौती की घोषणा की थी। कीमत में कटौती से लगभग 33 करोड़ परिवारों को लाभ होगा जो खाना पकाने के ईंधन के रूप में एलपीजी का इस्तेमाल करते हैं।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कमी एक ऐसा निर्णय है जिस पर अस्थिरता को देखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों (ओएमसी) को बहुत ठंडे दिमाग से विचार करना होगा। इसमें ग्लोबल एनर्जी मार्केट, भू-राजनीतिक चुनौतियों और कंपनियों की वित्तीय सेहत देखनी होगी। पुरी ने यह संकेत भी दिया था कि ईंधन बिक्री पर प्रॉफिटेबिलिटी के मामले में ओएमसी अभी भी पूरी तरह से मुश्किल से बाहर नहीं आई हैं। वे अभी भी डीजल बिक्री पर अंडर-रिकवरी कर रही हैं। लेकिन, उन्होंने इसकी मात्रा तय नहीं की है।