मुजफ्फरनगर. असम के कोकराझार में गोली लगने से शहीद हुए हवलदार अंकित चौधरी को गमगीन माहौल में अंतिम विदाई दी गई। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। सशस्त्र सीमा बल (एससएबी) की टीम ने सलामी दी। पीड़ित परिवार को हिम्मत बंधाने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया।
मुजफ्फरनगर शहर के कृष्णापुरी निवासी पूर्व सभासद मुनेश देवी पत्नी प्रमोद बालियान के छोटे बेटे एसएसबी में हवलदार अंकित चौधरी की असम के कोकराझार में गोली लगने से मौत हो गई थी। एसएसबी की टीम शनिवार सुबह पार्थिव शरीर लेकर दिल्ली पहुंची। हेड क्वार्टर से टीम एसएसबी के वाहन में पार्थिव शरीर लेकर दोपहर डेढ़ बजे कृष्णापुरी स्थितं घर पर पहुंची। पार्थिव शरीर देखकर परिजन बिलख पड़े। लोगों की आंखें नम हो गईं।
करीब आधा घंटे बाद पार्थिव शरीर को काली नदी स्थित श्मशान घाट ले जाया गया। सवा तीन बजे पार्थिव शरीर श्मशान घाट पहुंचा। एसएसबी की टीम ने शस्त्र झुकाकर शोक सलामी दी। बडे़ भाई मोनू चौधरी ने मुखाग्नि दी।
हर आंख से निकला आंसू
हवलदार अंकित चौधरी का पार्थिव शरीर पहुंचते ही गम की लहर दौड़ गई। अंतिम यात्रा शुरू हुई तो लोगों ने वंदे मातरम, भारत माता की जय, जब तक सूरज चांद रहेगा, अंकित तेरा नाम रहेगा के नारे लगाए। पीड़ित परिवार को हिम्मत बंधाई।
यह रहे मौजूद
इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान, भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, जयदेव बालियान, सभासद अमित गोयल, मोहित मलिक, राजीव शर्मा, एडीजीसी अरुण शर्मा, भाजपा नेता श्रीमोहन तायल, संजय मित्तल, कंवरपाल वर्मा, राधे वर्मा, राकेश शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा ने अंतिम विदाई दी।