हमास को अल्लाह शाप दे… गाजा में मुश्किल होती जा रही जिंदगी, आतंकियों के खिलाफ हुए फिलिस्तीनी

इस खबर को शेयर करें

तेल अवीव: गाजा में युद्धविराम के बाद एक बार फिर लड़ाई शुरू हो गई। यह युद्ध का दूसरा चरण माना जा रहा है, जिसने मानवीय संकट को और बढ़ा दिया। उत्तर से भागे हजारों लोग अब गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में शरण चाहते हैं। यह इलाका पहले से ही भरा हुआ है। दूसरे चरण में IDF-हमास लड़ाई का केंद्र खान यूनिस शहर बन चुका है। जिसे देखते हुए लोग यहां से मिस्र की सीमा के पास गाजा पट्टी के दक्षिणी छोर राफा की ओर बढ़ रहे हैं। इस बीच हमास का शासन कमजोर हो रहा है और लोग आतंकी समूह के खिलाफ खड़े हो रहे हैं।

द यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के एक निवासी ने रेडियो पर बहादुरी से याह्या सिनवार और उसके साथियों के लिए संदेश जारी किया। पत्रकार मोहम्मद मंसूर ने रेडियो पर कहा, ‘हमास नेतृत्व को अल्लाह शाप दे। सिनवार तुम एक घृणित प्राणी की संतान हो। तुमने हम पर जो विनाश किया है, अल्लाह उसका बदला लेगा।’ इसके अलावा मंसूर ने बंदी बनाए गए शेष इजरायली लोगों को छोड़ने का आह्वान किया। बंधकों से जुड़ी डील फेल होने के बाद युद्ध फिर शुरू हो गया।

हमास से लोग नाराज

मोहम्मद मंसूर ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, ‘हमें गाजा से खान यूनिस और खान यूनिस से राफा भेज दिया गया। हमारे बच्चों, महिलाओं और परिवारों को हमसे अलग कर दिया गया। बंधकों को रिहा किया जाए। याह्या सिनवार, मोहम्मद दीफ और उसके दुष्ट साथी अंडरग्राउंट टनल में छिप जाते हैं और हम पानी के लिए मर रहे हैं।’ इससे पहले भी हमास के खिलाफ लोगों में गुस्सा देखा गया है। नवंबर में कुछ मामले आए थे, जिसमें हमास की पुलिस पर लोगों ने हमला किया था।

गाजा के फिलिस्तीनी क्यों हैं नाराज?
दरअसल इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास ने हमला किया था। अचानक हुए हमले के बाद इजरायल ने युद्ध की घोषणा कर दी। अब इस युद्ध को दो महीने से ज्यादा हो गए हैं। हमला करने वाले हमास के नेता जमीन के नीचे गहरी सुरंगों में छिपे हुए हैं। वहीं गाजा के आम लोग विनाश झेल रहे हैं। भोजन-पानी जैसी बुनियादी चीजों की कमी का उन्हें सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिनों पहले यूएन से जुड़े एक गोदाम को लूट लिया गया था। हालांकि इस लूट को सुरंगों के नीचे पहुंचा दिया गया।