इन घरों में खुद चलकर आती हैं धन की देवी मां लक्ष्‍मी, हमेशा भरी रहती है तिजोरी

Mother Lakshmi, the goddess of wealth, herself comes to these houses, the coffers are always full.
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Vastu Tips to Attract Money and Maa Laxmi : सुखी-संपन्‍न और आरामदायक जीवन के लिए देवी लक्ष्‍मी की कृपा जरूरी है. वरना निर्धनता बहुत कष्‍ट देती है. इसलिए लोग धन की देवी मां लक्ष्‍मी की कृपा पाने के लिए तरह-तरह के जतन करते रहते हैं. वास्‍तु शास्‍त्र में बताया गया है कि मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के लिए कौन से काम करने चाहिए. साथ ही किन घरों में मां लक्ष्‍मी हमेशा वास करती हैं और उनकी कृपा से ऐसे घरों में कभी धन-दौलत की कमी नहीं होती है. बल्कि यूं कहें कि इन घरों में मां लक्ष्‍मी खिंची चली आती हैं. आज हम जानते हैं कि वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार किन घरों में मां लक्ष्‍मी का हमेशा वास रहता है. ताकि आप भी मां लक्ष्‍मी और धन को आकर्षित करने में सफल हो सकें.

इन घरों में हमेशा वास करती हैं मां लक्ष्‍मी

जीवन में धन को आकर्षित करने के लिए मां लक्ष्‍मी की कृपा पाना जरूरी है. वास्‍तु शास्‍त्र से जानते हैं इसके तरीके.

रिश्‍तों में प्रेम: जिस घर के सभी सदस्‍य एक-दूसरे के साथ प्रेम से रहते हैं. जहां बड़ों का आदर-सम्‍मान और सेवा की जाती है. बच्‍चों को स्‍नेह दिया जाता है. महिलाओं का सम्‍मान किया जाता है. उन घरों में हमेशा मां लक्ष्‍मी वास करती हैं. लिहाजा घर में झगड़े-कलह ना करें. ना ही एक-दूसरे का अपमान करें. तभी मां लक्ष्‍मी कृपा करेंगी.

साफ-सफाई : जिन घरों में हमेशा साफ-सफाई रहती है. रात में किचन में जूठे बर्तन नहीं छोड़े जाते हैं. घर के दरवाजे-खिड़की टूटे ना हों. उन घरों में मां लक्ष्‍मी वास करती हैं. मां लक्ष्‍मी को साफ-सफाई बेहद पसंद है. लिहाजा घर में कबाड़, गंदगी ना रखें. ना ही घर के दरवाजे-खिड़की टूटे या खराब हों. विशेष तौर पर प्रवेश द्वार का अच्‍छी स्थिति में होना बहुत जरूरी है.

दान-पुण्‍य : जिन घरों में रोजाना भगवान की पूजा होती है. समय-समय पर दान-पुण्‍य किया जाता है. गरीब-जरूरतमंदों की मदद की जाती है, ऐसे परिवार में धन की आवक हमेशा बढ़ती रहती है. इन लोगों को कभी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता है.

बुद्धिमानों का सम्मान : जिन घरों में बुद्धिमान लोगों, संतों का सम्‍मान होता हो, उनके बताए मार्ग पर चलने की परंपरा हो. उन पर हमेशा मां लक्ष्‍मी के साथ-साथ मां सरस्‍वती की भी कृपा रहती है. वहीं मूर्खों का सम्‍मान करने वाले या उनकी बेतुकी बात मानने वालों, बुरी संगत में रहने वालों से मां लक्ष्‍मी को रूठने में देर नहीं लगती है.