19 साल में 14 बार गर्भवती हुई मुमताज महल, शाहजहां ने रानी के मरते ही बेशुमार शादियां कीं

इस खबर को शेयर करें

Shah Jahan And Mumtaz Mahal Story: कहते हैं शाहजहां और मुमताज के बीच बहुत प्यार था. लेकिन मुमताज को दर्दनाक मौत मिली. वह प्रसव वेदना के कारण चल बसी. लेकिन प्यार का दम भरने वाले शाहजहां का भोग विलास नहीं थमा और मुमताज के मरने के बाद एक दो नहीं बल्कि चार शादियां रचा दी.

मुगल बादशाह शाहजहां का जिक्र करते ही उनके बेगमों की चर्चा होने लगती है. उनके बेगमों में भी ज्यादातर लोग केवल मुमताज महल का नाम जानते हैं. क्योंकि शाहजहां और मुमताज महल की प्रेम कहानी से पूरी दुनिया वाकिफ है. लेकिन क्या आपको पता है कि शाहजहां की बेगम मुमताज महल की मौत के बाद भी शाहजहां ने एक दो नहीं बल्कि चार शादियां की थी. मुमताज से पहले भी उनकी एक बेगम थी. यहाँ जानें उनकी बीवियों के बारे में.

कंधारी बेगम – कंधारी बेगम और शाहजहां की शादी तब हुई जब शाहजहां की मुमताज से सगाई हुई हो चुकी थी. वह फारस की राजकुमारी और सफविद वंश के राजकुमार सुल्तान मुजफ्फर हुसैन मिर्जा की सबसे छोटी बेटी थीं 12 दिसंबर 1609 को शाहजहां और कंधारी की शादी हुई थी.

अर्जुमंद बानो (मुमताज महल) बेगम – शाहजहां अपनी दूसरी बेगम मुमताज महल से बहुत प्यार करते थे. मुमताज महल और शाहजहां की सगाई 1607 में शादी पांच साल बाद 1612 में हुई थी. उस समय मुमताज 19 साल की थी. कहते हैं शाहजहां ने पहली बार अर्जुमंद को आगरा के मीना बाज़ार की किसी गली में देखा था. वहाँ वह उसे एकटक देखते रह गए. उसकी खूबसूरती से शाहजहां को पहली नज़र में उससे प्यार हो गया. मुमताज ने 13 बच्चों को जन्म दिया लेकिन14वें बच्चे के जन्म के समय उसकी मौत हो गयी. उस समय उसकी उम्र 39 साल थी.

अकबराबादी महल शाहजहां की चौथी पत्नी थीं इन्होंने शाहजहां से शादी 2 सितंबर 1617 को हुई थी. अकबराबादी महल ने जून 1619 को एक बेटे सुल्तान जहान अफरोज मिजरा को जन्म दिया और मार्च 1621 में उनकी मृत्यु हो गई थी.

इसके अलावा भी शाहजहां की कई पत्नियां थी हसीना बेगम मुति बेगम, कुदसियाँ बेगम, फतेहपुरी महल, सरहिंदी बेगम, कन्दाहरी बेगम. आपको जानकारी हैरानी होगी कि ताजमहल में न केवल मुमताज बल्कि तीन बीवियां और दफन हैं. पूर्वी गेट पर सरहिंदी बेगम का मकबरा है, जिन्हें इज्जुनिशां बेगम के नाम से जानते हैं. पश्चिमी गेट पर फतेहपुरी बेगम का मकबरा है इसके अलावा चौथी बेगम खंदारी बेगम का मकबरा ताज के बाहर है.