मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ होने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि हमारा संगठन भारतीय किसान यूनियन रजिस्टर्ड संगठन है. राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत हैं. उन्होंने कहा कि कुछ पुराने लोगों ने संगठन अलग बनाया है जिससे हमारा कोई मतलब नहीं है.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने धर्मेंद्र मलिक पर निशाना साधते हुए कहा है कि धर्मेंद्र मलिक को भारतीय किसान यूनियन से पहचान मिली है, हमने 10 देशों की यात्रा कराई लेकिन उसने ऐसे मौके पर संगठन का साथ छोड़ा है जिसे इतिहास के पन्नों में लिखा जाएगा.
साथ ही चौधरी नरेश टिकैत ने सरकार पर तंज कसते हुए इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को मालूम नहीं कि संगठन तो बहुत हो सकते हैं लेकिन लड़ाई सबकी एक ही होगी किसानों की समस्या. चौधरी नरेश टिकैत (राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन) ने कहा है कि संगठन तो किसानों का है किसान ही तो संगठन से किसी को हटा सकते हैं किसी को रख सकते हैं.
किसान नेता ने कहा कि राजेश चौहान का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 30 साल से ज्यादा हमारे संगठन में काम किया. सभी आंदोलन में बढ़-चढ़कर उन्होंने हिस्सा लिया, हो सकता है उन्हें हमारा संगठन रास ना आया हो. भारतीय किसान यूनियन में उनका बहुत सम्मान रहा है. 35 साल उनका भारतीय किसान यूनियन में सहयोग रहा है इसलिए हम उन्हें कुछ नहीं कह सकते.
आज किसान बिजली की समस्या और गन्ना पेमेंट से दुखी हैं, इसलिए किसान हमारे संगठन से आस लगाए हुए हैं, ऐसे मौके पर वह लोग संगठन को छोड़कर गए हैं. हमने तो कभी भी अपने इतिहास पर दाग नहीं लगने दिया उन्हें इस हरकत पर इतिहास कभी माफ नहीं करेगा, क्योंकि वह लोग ऐसे मौके पर संगठन को छोड़कर गए हैं जब देश के करोड़ों किसानों की निगाहें इस किसान संगठन पर थी.