नई दिल्ली। Coronavirus in India: देश में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर डराने लगी है. तीन दिन से देश में हर दिन 8 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. एक्टिव केस भी 48 हजार के करीब पहुंच गए हैं. सबसे ज्यादा चिंता दिल्ली, महाराष्ट्र और केरल बढ़ा रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 24 घंटे में कोरोना के 8,084 नए मामले सामने आए हैं. 10 मरीजों की मौत भी हुई है. पॉजिटिविटी रेट भी 3 फीसदी के पार पहुंच गया है. देश में 24 घंटे में जितने नए मरीज सामने आए हैं, उनमें से करीब 70 फीसदी अकेले महाराष्ट्र, केरल और दिल्ली में मिले हैं.
जनवरी में आई तीसरी लहर के बाद एक बार फिर से नए मामलों में तेजी आ रही है. आंकड़ों के मुताबिक, इस हफ्ते यानी 6 से 12 जून तक देशभर में 48,766 नए मामले सामने आए हैं और 70 मरीजों की मौत हुई है. जबकि, इससे पहले के हफ्ते यानी 30 मई से 5 जून के बीच 25,586 मामले सामने आए थे और 90 मरीजों की मौत हुई थी.
इस हिसाब से एक हफ्ते में ही देश में मिलने वाले कोरोना के नए मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई. हालांकि, पिछले हफ्ते की तुलना में इस हफ्ते मौतों की संख्या में कमी जरूर आई है.
तीन राज्य बढ़ा रहे चिंता
– महाराष्ट्रः यहां एक हफ्ते में कोरोना के नए मामलों में 10 हजार से ज्यादा की बढ़ोतरी हो गई है. पिछले हफ्ते (30 मई से 5 जून) 7,253 नए मामले सामने आए थे, जबकि इस हफ्ते (6 जून से 12 जून) 17,380 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं. 24 घंटे में राज्य में जितने नए मामले सामने आए हैं, उनमें से 61% अकेले मुंबई में आए हैं. मुंबई में रविवार को 1,803 मामले सामने आए हैं. महाराष्ट्र में संक्रमण दर 7 फीसदी के करीब पहुंच गई है.
– केरलः यहां भी हफ्तेभर में कोरोना के नए मामले लगभग दोगुने हो गए हैं. इस हफ्ते कोरोना के 8,963 मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले हफ्ते 15,118 मामले सामने आए थे. रविवार को यहां 1,955 नए मरीज सामने आए. एक दिन पहले 2,319 मरीज मिले थे. चिंता बढ़ाने वाली बात ये है कि यहां संक्रमण दर 13 फीसदी के पार चली गई है. यानी हर 100 टेस्ट में 13 से ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं.
– दिल्लीः राजधानी में भी कोरोना की रफ्तार डरा रही है. यहां भी एक हफ्ते में नए मामले लगभग दोगुना बढ़ गए हैं. पिछले हफ्ते कोरोना के 2,419 मामले सामने आए थे, जबकि इस हफ्ते 4,068 नए मामले सामने आए हैं. रविवार को दिल्ली में कोरोना के 735 मामले आए और 3 मौतें हुईं. संक्रमण दर बढ़कर 4.35 फीसदी पहुंच गई. एक महीने बाद राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 4% के पार पहुंचा है.
क्या घबराने की बात है?
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक, देश के 17 जिले ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी के ऊपर है. वहीं, 24 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि अगर पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी के पार रहती है तो माना जाता है कि संक्रमण बेकाबू हो गया है.
– हालांकि, संक्रमण बढ़ने के बावजूद एक्सपर्ट का मानना है कि घबराने की जरूरत नहीं है. वैक्सीनेशन पर बने नेशनल टेक्नीकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAGI) के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने न्यूज एजेंसी को बताया कि अभी तक कोई नया वैरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं मिला है. अभी भारत में ओमिक्रॉन के BA.2 के अलावा BA.4 और BA.5 सब-वैरिएंट्स मौजूद हैं. BA.4 और BA.5 बाकी सब-वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा संक्रामक हैं.
– डॉ. अरोड़ा ने आगे कहा कि गर्मियों की छुट्टियों की वजह से घूमना-फिरना ज्यादा बढ़ा है, ट्रैवल रिस्ट्रिक्शंस भी हट गए हैं और आर्थिक गतिविधियां भी शुरू हो गईं हैं. इस कारण संक्रमण में तेजी आ रही है.
– उन्होंने बताया कि अभी संक्रमण मेट्रो सिटी और घनी आबादी वाले शहरों में सीमित है. वो ये भी कहते हैं कि अब जो लोग संक्रमित हो रहे हैं, वो वैक्सीनेटेड हैं, उनमें सामान्य कोल्ड और फ्लूज जैसी बीमारी हो रही है. उन्होंने कहा कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है.