इस्लामाबाद : कई हफ्तों की मानसूनी बारिश ने पाकिस्तान को डूबो दिया है। एक तिहाई देश बाढ़ की गिरफ्त में है और 3.5 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। आपदा के बीच एक और खतरा लोगों की तरफ बढ़ रहा है। भारी बारिश के चलते सितंबर की शुरुआत में देश की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील भी अपने किनारे तोड़कर बाढ़ का रूप लेने लगी है। अगर इस झील में बाढ़ आती है तो हजारों लोगों को अपना घर गंवाना पड़ सकता है। नई सैटेलाइट तस्वीरों में झील का रौद्र रूप देखा जा सकता है। अब तक पाकिस्तान में बाढ़ से 1300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की लैंडसेट 8 और लैंडसेट 9 सैटेलाइट ने इन तस्वीरों को खींचा है। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि मंछर झील अपने किनारों को तोड़कर बह रही है। इनमें से कुछ किनारे स्थानीय अधिकारियों ने सिंधु नदी घाटी में घनी आबादी वाले इलाकों में झील के बहाव को फैलने से रोकने के लिए बनाए थे। 25 जुलाई की तस्वीर में बाढ़ से पहले की स्थिति नजर आ रही है , वहीं 28 अगस्त और 5 सितंबर की तस्वीर में बाढ़ के बढ़ते क्षेत्र को देखा जा सकता है।
After extreme monsoon flooding, Lake Manchar, Pakistan’s largest lake, has had several breaches. This Sept. 5 Landsat image shows breaches of the Main Nara Valley Drain, a canal that connects Lake Manchar (lower part of the image) to a lake to the north. https://t.co/YRGBOfpukX pic.twitter.com/zuF9miXu5d
— NASA Earth (@NASAEarth) September 7, 2022
1 लाख लोगों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
नासा ने अपने आधिकारिक बयान में लिखा है कि झील के किनारे टूटने से पूरी घाटी में फैले सैकड़ों गांवों में रहने वाले करीब 100,000 लोगों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौजूदा बाढ़ को पाकिस्तान का 10 साल में सबसे भयानक संकट माना जा रहा है। मौत और हजारों की संख्या में घायलों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। 10 लाख से अधिक घर तबाह हो चुके हैं। एक नई जानकारी से पता चला है कि पाकिस्तान में अचानक आई बाढ़ से होने वाला आर्थिक नुकसान 15 अरब डॉलर से 20 अरब डॉलर के बीच हो सकता है।
औसत सालाना बारिश से पांच गुना अधिक वर्षा
मंछर झील पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है जो बाढ़ से सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। नासा ने अपने बयान में कहा कि क्षेत्र में इस साल अब तक औसत सालाना बारिश से पांच गुना अधिक वर्षा हो चुकी है। ब्रिटेन के मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों और अधिक बारिश हो सकती है। 30 अगस्त को सरकार ने आपातकाल की घोषणा की थी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से खाना, पानी, स्वास्थ्य उपकरण और मदद की गुहार लगाई थी। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने पाकिस्तान में अप्रत्याशित बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए 16 करोड़ डॉलर के आपात कोष की अपील की है।