29 फरवरी के बाद पूरी तरह बंद हो जाएगा पेटीएम, जानें सही जवाब

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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (Paytm Payments Bank Limited) पर हाल ही में एक सख्त एक्शन लिया था. इसके तहत किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट और फास्टैग में 29 फरवरी, 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया गया है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) के खिलाफ RBI के इस सख्स एक्शन के बाद से कंपनी का शेयर दो दिन में करीब 36 फीसदी तक गिर चुका है. सिर्फ निवेशक ही नहीं, बल्कि पेटीएम के ग्राहक भी डरे हुए हैं कि वॉलेट में पड़ उनके पैसों का क्या होगा. इस पर कंपनी की तरफ से ग्राहकों को मैसेज भेजकर जवाब दिया गया है.

वॉलेट में पड़े आपके पैसों का क्या होगा?

पेटीएम की तरफ से ग्राहकों को एक मैसेज भेजा गया है, जिसमें कहा है कि उनके पैसे सुरक्षित रहेंगे. कंपनी ने कहा- ‘भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट/वॉलेट पर 29 फरवरी के बाद से भुगतान स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. 29 फरवरी के बाद आप पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट/वॉलेट में पैसे नहीं डाल पाएंगे. हालांकि, आपके जो पैसे बैलेंस में हैं, आप उन्हें 29 फरवरी के बाद भी निकाल सकेंगे. रिजर्व बैंक के प्रतिबंध का आपके मौजूदा बैलेंस पर कोई असर नहीं होगा और आपके पैसे पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास पूरी तरह से सुरक्षित हैं. किसी भी मदद के लिए आप 24×7 हमसे संपर्क कर सकते हैं. धन्यवाद.’

क्या कहा था रिजर्व बैंक ने?
केंद्रीय बैंक ने कहा, “किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड माध्यम, वॉलेट, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड आदि में 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी जमा या क्रेडिट लेनदेन या टॉप अप की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि, किसी भी ब्याज, कैशबैक या रिफंड को कभी भी जमा किया जा सकता है.”

इसके साथ ही RBI ने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों को बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड माध्यम, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) सहित अपने खातों से शेष राशि की निकासी या उपयोग की अनुमति किसी प्रतिबंध के बगैर दी जाएगी. इसके पहले आरबीआई ने मार्च, 2022 में पीपीबीएल को तत्काल प्रभाव से नए ग्राहकों को जोड़ने से रोक दिया था.

पेटीएम और पेटीएम पेमेंट्स बैंक एक इकाई नहीं
पेटीएम के अध्यक्ष और ग्रुप सीएफओ मधुर देवड़ा ने कहा,”ऐसी धारणा हो सकती है कि पेटीएम और पेटीएम पेमेंट बैंक एक ही हैं. लेकिन, डिजाइन और संरचना के हिसाब से ऐसा नहीं है.” उन्होंने कहा, “एक बैंक के लिए सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि, उसे उस शासन का पालन करना होगा, जिसका पालन एक बैंक को करना चाहिए, जिसका अर्थ है कि उसकी अपनी स्वतंत्र प्रबंधन टीम होनी चाहिए, जो बोर्ड को रिपोर्ट करती है और मामलों को बोर्ड की समितियों में आगे बढ़ाना है, जहां केवल स्वतंत्र निदेशक ही हो सकते हैं.”

लगातार गिर रहा पेटीएम का शेयर
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक का एक्शन होने के बाद से ही कंपनी के शेयरों में गिरावट का दौर जारी है. 1 और 2 फरवरी को कंपनी के स्टॉक में करीब 20-20 फीसदी का लोअर सर्किट लगा है. अभी कंपनी के शेयर की कीमत 487 रुपये के करीब आ चुकी है. रिजर्व बैंक के एक्शन के बाद निवेशक डरे हुए हैं और वह तेजी से अपना पैसा निकाल रहे हैं. यही वजह है कि कंपनी को बार-बार बयान देते हुए यह बताना पड़ रहा है कि इससे लोगों के पैसों पर कोई आंच नहीं आएगी.