भोपाल. मध्यप्रदेश में पेट्रोल डीजल का संकट गहराता नजर आ रहा है। कई पेट्रोल पंप खासकर राज्य मार्गों और छोटे शहरों में कम आपूर्ति के के कारण बंद हो गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केवल सीहोर जिले में 70 से अधिक पेट्रोल पंप कम आपूर्ति के कारण बंद हो गए। वहीं रायसेन जिले के सुल्तानपुर कस्बे में सभी छह पेट्रोल पंप आपूर्ति नहीं मिलने के कारण बुधवार को बंद कर दिए गए।
स्थिति यह है कि भोपाल और इंदौर में भी पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की सप्लाई प्रभावित हुई है ,लेकिन लोगों को अभी तक इसका असर महसूस नहीं हो रहा है। आधिकारिक तौर पर तेल कंपनियों के अधिकारी इससे इंकार करते नजर आ रहे हैं। वही एमपी पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन का आरोप है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ऑर्डर देने और अग्रिम भुगतान के बावजूद भी पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति नहीं कर रही हैं। एसोसिएशन के कुछ सदस्यों ने आरोप लगाया है कि यह कंपनियां पहले से ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं।
एमपी पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि, छोटे शहरों के डीलर जो तेल कंपनियों के कर्मचारियों को रिश्वत दे रहे हैं उन्हें दूसरों से पहले पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने कहा कि भोपाल में भी आपूर्ति कम है । अगर यही स्थिति बनी रही तो अगले 3 से 4 दिन में भोपाल में संकट महसूस किया जाने लगेगा।
वहीं इस मामले में टैंकर चालकों का कहना है कि वह पिछले 4 दिनों से भोपाल में टैंकर का इंतजार कर रहे हैं लेकिन वह अभी भी कतार में ही खड़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ पेट्रोल पंप पर तो हर दिन आपूर्ति हो रही है ,जबकि कुछ टैंकर चालकों को सिर्फ कतार में ही खड़ा रखा जा रहा है। भोपाल में स्थिति की गंभीरता अभी तक नहीं समझी जा सकती क्योंकि बड़े संस्थानों पर आपूर्ति अभी भी जारी है लेकिन छोटी जगहों पर आपूर्ति बिल्कुल ठप होने लगी है।