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मां के कोख से ही एक बच्चा कई चीजें सीख कर बाहर आता है. इसका जिक्र महाभारत में भी मिलता है. बताया जाता है कि अभिमन्यु ने अपनी माता की कोख में रहते ही अर्जुन के मुख से चक्रव्यूह भेदन का रहस्य जान लिया था. यहां तक कि मेडिकल साइंस भी इस बात को मानता है कि शिशु गर्भ में होने के दौरान कई चीजें सीख लेता है. यहां तक कि कुछ खास तरीकों से शिशु के मस्तिष्क के विकास को बढ़ाया जा सकता है. ऐसे में यदि आप प्रेग्नेंट हैं और एक स्मार्ट बच्चे को जन्म देना चाहती हैं तो यहां बताए गए चीजों को करना शुरू कर दीजिए.
व्यायाम करें
व्यायाम सिर्फ शारीरिक सेहत के लिए ही नहीं बल्कि गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए भी फायदेमंद होता है. व्यायाम के दौरान रक्त संचार बढ़ता है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्लेसेंटा के रास्ते से बच्चे तक आसानी से पहुंच पाते हैं. इससे मस्तिष्क के विकास में सहायता मिलती है. एनसीबीआई में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, प्रसवपूर्व व्यायाम बच्चे के समझने की शक्ति के विकास में सुधार कर सकता है.
अच्छे गाने सुनें
यह सुनने में भले ही अजीब लगे, मगर गर्भस्थ शिशु आवाज सुन सकता है. आप अपने बच्चे से बातें कर सकती हैं, उसे गाना सुना सकती हैं या कहानियां पढ़ सकती हैं. इससे शिशु को विभिन्न ध्वनियों से परिचित होने में मदद मिलती है, जो उसके मस्तिष्क के श्रवण केंद्र को विकसित करता है.
हेल्दी खाना
गर्भवती महिला को संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए. हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं.
तनाव मुक्त रहें
अत्यधिक तनाव का असर गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु पर भी पड़ सकता है. तनाव हार्मोन मस्तिष्क के विकास को प्रभावित कर सकते हैं. इसलिए गर्भावस्था के दौरान योग, ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम जैसी तनाव कम करने वाली गतिविधियां फायदेमंद हो सकती हैं.
किताबें पढ़ें
आप बच्चे को गर्भ से ही शिक्षित बना सकती हैं. इसके लिए मोटिवेशनल किताबें पढ़ें. उन किताबों को चुनें जो सकारात्मक विचारों को पेश करती हैं. शास्त्रों में प्रेगनेंसी के दौरान धर्म ग्रंथों को पढ़ना बहुत फायदेमंद बताया गया है.