Premanand Maharaj Vrindavan: प्रेमानंद महाराज वृंदावन के रहने वाले ऐसे संत है जिनका हर कोई भक्त है. उनके प्रवचन और कथन से हर कोई प्रेरित है. देशभर से लोग उनसे मिलने आते हैं. बताया जाता है कि 5वीं कक्षा से ही उनका मन आध्यात्म की ओर बढ़ने लगा था. उन्होंने 13 साल की उम्र में ब्रह्मचारी बनने का फैसला किया और अपना घर छोड़कर संन्यासी बन गए. प्रेमानंद महाराज वृंदावन में राधारानी और श्रीकृष्ण की सेवा में लगे रहते हैं. सोशल मीडिया पर इन दिनों उनके चाहने वालों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है.
राधा-रानी के दर्शन को पहुंच रहे लाखों भक्तों को प्रेमानंद महाराज ने एक संदेश दिया है. उनका कहना है कि लोग वृंदावन तो आते हैं, लेकिन कुछ गलतियों के चलते दर्शन का पूरा लाभ नहीं उठा पाते. ऐसे में प्रेमानंद महाराज का कहना है कि जो लोग वृंदावन आते हैं, उन्हें पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.
प्रेमानंद महाराज ने बताया वृंदावन में क्या करें और क्या नहीं
– प्रेमानंद महाराज के अनुसार जो लोग दो दिन के लिए ही वृंदावन आते हैं उन्हें कम से कम एक दिन का उपवास जरूर रखना चाहिए. इससे पुण्य की प्राप्ति होती है.
– प्रेमानंद महाराज के अनुसार जो लोग वृंदावन आते हैं उन्हें राधा रानी का नाम जरूर जपना चाहिए. इससे सारे कष्ट दूर हो जाते है.
– प्रेमानंद महाराज के अनुसार जो लोग वृंदावन आते हैं उन्हें यमुना किनारे बैठकर सत्संग जरूर करना चाहिए. इससे व्यक्ति को भगवान के करीब महसूस होता है.
– प्रेमानंद महाराज के अनुसार जो लोग वृंदावन आते हैं उन्हें वृंदावन में गंदगी नहीं फैलानी चाहिए. ये एक पवित्र स्थान है जिसकी गरिमा बनाकर रखनी चाहिए.
– बता दें कि प्रेमानंद महाराज के मुताबिक जो लोग वृंदावन आते हैं उन्हें व्यसन यानी मादक पदार्थ, शराब आदि का सेवन करने से बचना चाहिए.
– प्रेमानंद महाराज के अनुसार जो लोग वृंदावन आकर ये गलतियां करते हैं उन्हें सर पाप चढ़ता है और सारा यश नष्ट हो जाता है. ऐसा व्यक्ति पाप का भागी बनता है.