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क्या आपका बच्चा भी अचानक से घबरा जाता है? या टेंशन की वजह से उसे पसीने आने लगते हैं? अगर हां, तो सावधान हो जाइए। ये पैनिक अटैक के लक्षण हो सकते हैं. आज हम आपको इस लेख में उन तरीकों के बारे में बताने वाले हैं, जिनकी मदद से आप अपने बच्चे को पैनिक अटैक से बचा सकते हैं.
क्या है पैनिक अटैक?
ऐसे स्थिति जब बच्चे या बड़े किसी बात की ज्यादा टेंशन ले लें, उन्हें घबराहट होने लगे या किसी डर की वजह से धड़कनों के तेज होने, सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आने, और कंपन जैसी समस्या होने लगे तो ये पैनिक अटैक के कारण बन सकते हैं. सही समय पर सही इलाज या उपाय न करने पर हार्ट अटैक जैसी समस्या पैदा हो सकती है.
पैनिक अटैक से ऐसे करें बच्चों का बचाव
किसी भी बीमारी का अगर समय रहते इलाज कर दिया जाए तो व्यक्ति के बचने की संभावना कुछ हद तक बढ़ जाती है. अगर आपके बच्चे में भी पैनिक अटैक जैसे लक्षण दिखें तो इन उपायों को अपनाएं.
जब भी बच्चों को पैनिक अटैक आता है तो उन्हें घबराहट होने लगती है और वो खुद पर अपना नियंत्रण खोने लगते है. इसलिए बच्चे को घबराहट होने पर उससे प्यार से बात करें और शांत करने की कोशिश करें।
व्यायाम का लें सहारा
व्यायाम हमारी कई समस्याओं का समाधान करता है. जब भी आपके बच्चे को पैनिक अटैक आए तो उसे गहरी सांस लेने को कहें, क्योंकि घबराहट के दौरान सांस तेज होने लगती हैं. बच्चे को अपनी सांस पर नियंत्रण रखना सिखाएं। ये पैनिक अटैक के लक्षण को कम करने में मदद करता है.
क्या आप कभी पैनिक अटैक का शिकार हुए हैं? आपने कैसे खुद को कंट्रोल किया? अपने सुझाव कमेंट करके हमारे साथ शेयर करें। हम इसी तरह सेहत से जुड़े लेख आपके लिए लाते रहेंगे।