मानवता शर्मसार! वृद्ध मां को नींद की दवा खिलाकर फुटपाथ पर छोड़ा, बेटे फरार

Shame on humanity! Left the old mother on the pavement after feeding her sleeping pills, the son absconded
Shame on humanity! Left the old mother on the pavement after feeding her sleeping pills, the son absconded
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पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के भाटपाड़ा इलाके एक मानवता को शर्मसार करने की वाली घटना घटी है. बूढ़ी मां को नींद की गोलियां खिलाकर दो बेटों ने आधी रात को गंगा के पार भाटपाड़ा के एक स्कूल के सामने फुटपाथ पर छोड़ दिया. दो रात वहीं बिताने के बाद स्थानीय लोगों की मदद और पुलिस की पहल से वृद्धा का इलाज किया गया. उसके बाद शुक्रवार को पुलिस ने दोनों बेटों को तलब किया और मुचलका लिखवाया और वृद्धा को घर भेजने की व्यवस्था की. हालांकि, यह सवाल बना हुआ है कि क्या वही घटना दोबारा नहीं घटेगी.

पुलिस व स्थानीय सूत्रों के अनुसार वृद्धा का नाम उषारानी प्रमाणिक है. घर हुगली के चुंचुड़ा के घाटकपाड़ा में है. उसने कहा, मेरे दो बेटे, टिंकू और मनोज उन्हें भाटपाड़ा में छोड़ दिया है. इलाके के लोगों ने उसे खाना दिया. पुलिस आई और अस्पताल ले गई. मेरे पति एक बैंक में काम करते थे. दो लड़के मछली का कारोबार करते हैं. मेरे पति की मृत्यु के बाद, मैं उनके परिवार में एक बोझ बन गई थी.”

बेटों ने बूढ़ी मां को नींद की दवा खिलाकर फुटपाथ पर छोड़ा
भाटपाड़ा के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इलाके के लोगों से सूचना मिलने के बाद गुरुवार की रात वृद्धा स्थानीय राजलक्ष्मी बालिका विद्यालय के सामने फुटपाथ पर बैठी नजर आई. वह घर लौटना चाहती थी. पहले उसे इलाज के लिए भाटापाड़ा राजकीय सामान्य अस्पताल ले जाया गया. उनसे घर का पता जानने और सारी घटना सुनने के बाद चुंचुड़ा थाना पुलिस से संपर्क किया गया. शुक्रवार को वृद्धा के दोनों बेटे भाटपाड़ा थाने में पेश हुए. बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय के एक अधिकारी ने कहा, “दोनों बेटों को मां को इस तरह प्रताड़ित नहीं करने की चेतावनी दी गई है. वृद्धा कैसी है, मैं लगातार पूछताछ करता रहूंगा.” स्थानीय निवासी अमित चक्रवर्ती, कुणाल दे वृद्धा को छुड़ाने के लिए पुलिस को सूचना दी. अमित ने कहा,”मैं किसी के बारे में नहीं सोच सकता जो ऐसा कर सकता है.”

पुलिस की मदद से फिर घर वापस लौटी बूढ़ी मां
बता दें कि1978 में अपने पति की मृत्यु के बाद उन्होंने बड़ी मुश्किल से दो बच्चों को पाला था. अब दोनों बेटे मछली के कारोबार से जुड़े हैं, लेकिन बुजुर्ग मां की देखभाल करने के बजाय उन लोगों ने उसे कथित तौर पर प्रताड़ित किया. बुढ़िया ने रोते हुए कहा, ”मेरे दोनों बेटे नींद की गोलियां खाकर मुझे यहां छोड़कर भाग गए थे.” जबकि बड़े बेटे टिंकू ने कहा, “मैं अपनी मां को घर ले आया हूं. वह समय पर दवा नहीं लेती हैं, तो सिर ठीक से काम नहीं करता. पड़ोसियों से पूछो कि वो मां का कितना ख्याल रखते हैं, लेकिन मैं इन्हें जंजीर में बांधकर नहीं रख सकता. मुझे इसकी जानकारी मिली. पुलिस के जरिए पता चला, मां अस्पताल में है.”