दामाद का किरायेदार महिला से चल रहा था गंदे वाला चक्कर, सास ने दोनों को देखा तो…

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लखनऊ: पारा इलाके में पांच दिन पहले बुजुर्ग नर्स की हत्या उनके दामाद ने ही प्रेमिका के साथ मिलकर की थी। हत्यारोपितों ने पहले बुजुर्ग महिला को उन्हीं की छड़ी से मारकर घायल किया। उसके बाद तकिए से मुंह दबाकर मार डाला था। पुलिस ने हत्यारोपितों की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई छड़ी और छुपाया गया डीवीआर बरामद कर लिया है। पुलिस ने गुरुवार को दोनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

पारा के हंसखेड़ा में 15 अप्रैल को बुजुर्ग सेवानिवृत्त स्टाफ नर्स मीना सिंह (70) की उन्हीं के घर में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मीना की बेटी शालिनी ने उनके पौत्र मानकनगर निवासी जय सिंह और उसके सौतेले पिता देव सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया था। पारा पुलिस और सर्विलांस टीम ने छानबीन की तो घटना के समय आरोपितों की लोकेशन मौके पर नहीं मिली। घटना के समय शालिनी के पति विनय सिंह और उनकी किराएदार सरिता दुबे की लोकेशन घर पर ही थी। यहीं से पुलिस को शक हुआ तो पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। डीसीपी पश्चिमी दुर्गेश कुमार ने बताया कि पूछताछ में दोनों ने मीना सिंह की हत्या करना स्वीकार कर लिया। विनय सिंह ने बताया कि मीना सिंह अपने पौत्र जयसिंह को मोहनलालगंज में 50 लाख रुपये की जमीन खरीदवाने जा रही थीं, जिसको लेकर विनय उनसे काफी नाराज था। इसके अलावा मीना ने विनय और सरिता को घर में आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। उन्होंने काफी विरोध भी किया था, इसीलिए विनय और सरिता ने उन्हें रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया था।

एक दिन पहले ही गायब कर दिया था डीवीआर
एडीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि विनय ने सरिता के साथ मिलकर एक दिन पहले ही डीवीआर को निकालकर घर में ही छुपा दिया था। 15 अप्रैल को नर्स शालिनी उन्नाव के त्रिवेदीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ड्यूटी पर गईं थी। तभी सरिता ने विनय के बच्चों को पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में लगे कंप्यूटर में गेम खेलने के लिए बैठा दिया। विनय और सरिता मीना के बेडरूम में घुस गए। बेड के बगल में रखी छड़ी से उनके सिर पर वार कर उन्हें बेहोश करने के बाद तकिए से मुंह दबाकर उनकी हत्या कर दी। मीना का मोबाइल अपने पास रख लिया था। उसके बाद दरवाजे में इंटरलॉक लगाकर विनय कृष्णानगर स्थित मकान पर चला गया। सरिता ने अपने मोबाइल से विनय और शालिनी को कॉल किया। विनय पहुंचा तो नाटक करते हुए लॉक तोड़कर भीतर घुसा और सूचना पत्नी शालिनी और पुलिस को दी थी।

सरिता और विनय के मोबाइल से ही मिल गया था सुराग
पुलिस ने जय सिंह और देव सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर सर्विलांस से सभी की लोकेशन निकाली। उसके बाद सरिता और विनय के मोबाइल कब्जे में लेकर जांच की तो उसमें कुछ फोटो और एक रेकॉर्डिंग मिली। इससे साफ हो गया कि सरिता और विनय के बीच अवैध संबंध हैं। एक ऐसी रेकॉर्डिंग भी मिली, जिसमें मीना की हत्या की योजना को लेकर भी बातें दोनों में हुई थीं। यहीं से साफ हो गया कि विनय और सरिता ने ही मीना की हत्या की थी। पुलिस ने विनय को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह अपने ही बयान में उलझ गया और हत्या करना स्वीकार कर लिया।

पौत्र के घर जाकर रुकने से भी नाराज था हत्यारोपित
बुजुर्ग मीना सिंह हंसखेड़ा स्थित घर में दामाद सुल्‍तानपुर स्थित चांद सफीपुर निवासी विनय और बेटी शालिनी के साथ रहती थीं। विनय गिट्टी मौरंग का काम करता है। मकान के पहली मंजिल पर सुल्‍तानपुर के बल्दीराज बल्लीपुर निवासी सरिता दुबे अपने पति के साथ किराए पर रहती थी। सरिता के पति का दूसरे जिले में तबादला हो गया है। पति के तबादला होने के बाद विनय से उसके अवैध संबंध हो गए थे। विनय ने पुलिस को बताया कि शुरुआत में मीना पौत्र जय सिंह से नाराज रहती थीं, लेकिन कुछ समय से वह उससे मानने लगी थीं। वह मानकनगर स्थित उसके घर पर जाकर रुकती भी थीं। इसी बीच उन्होंने जय सिंह को अपनी कुछ संपत्ति देने का फैसला कर लिया था। इसको लेकर विनय से उनका काफी विवाद भी हुआ था।