हिमाचल में लोगों से आर्थिक मदद मांग रही सुक्खू सरकार, सीएम ने बनाया राहत कोष

Sukhu government seeking financial help from people in Himachal, CM created relief fund
Sukhu government seeking financial help from people in Himachal, CM created relief fund
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Himachal Disaster Relief Fund: हिमाचल प्रदेश में हुई बारिश की वजह से प्रदेश भर में भारी नुकसान हुआ. हिमाचल प्रदेश सरकार के शुरुआती आकलन के मुताबिक प्रदेश को चार हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu)का कहना है कि यह नुकसान आठ हजार करोड़ के पार जा सकता है. शुक्रवार (14 जुलाई) को शिमला में प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ऐसी आपदा प्रदेश ने बीते 50 सालों में नहीं देखी.

सीएम ने कहा कि सरकार ने प्रदेश को आपदा से बाहर निकालने में प्रभावी रूप से काम किया. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने आर्थिक मदद जुटाने के लिए आपदा राहत कोष-2023 का गठन किया है. इसके लिए दो बैंकों में सरकार ने खाते खोले हैं, जिसमें लोग सरकार को आर्थिक मदद कर सकेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के सभी 40 विधायक आपदा राहत कोष में अपनी एक महीने की तनख्वाह दान करेंगे. इसके अलावा सरकार भारतीय जनता पार्टी के विधायकों से भी एक महीने की तनख्वाह दान करने का आग्रह करेगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि आईएएस एसोसिएशन और एचएसएससी एशियन ने अपने एक-एक दिन का वेतन इस राहत कोष में पहले ही दे दिया है.

तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग बरकरार
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने आपदा को से निपटने में बेहतरीन काम किया. हिमाचल प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों ने बेहतरीन काम करते हुए प्रदेश को संकट से उबारा. उन्होंने कहा कि 60 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन में 67 हजार पर्यटकों को गंतव्य स्थल तक पहुंचाने का काम हुआ. शेष 10 हजार पर्यटकों को भी जल्द ही हिमाचल प्रदेश से बाहर उनके घर में भेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से भी प्रदेश को आर्थिक मदद देने की बात हुई है. देश के गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश को हर संभव मदद देने की बात कही है, लेकिन अब तक केंद्र से कोई सहायता नहीं मिली है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार लगातार इस तबाही राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग कर रही है, लेकिन अब तक इस बारे में केंद्र से कोई जवाब नहीं मिला है.

कर्ज के बोझ तले दबे हिमाचल को भारी नुकसान

बकौल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश पहले ही 75 हजार करोड़ के बोझ तले दबा है. अब हिमाचल प्रदेश को इस आपदा से करीब आठ हजार करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन है. हिमाचल प्रदेश सरकार अब तक अपने फंड से 1 हजार 100 करोड़ रुपए की राशि जारी कर चुकी है. इसमें लोक निर्माण विभाग को 610 करोड़ रुपए और जल शक्ति विभाग को 218 करोड़ रुपए मिले हैं. इसके अलावा स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड में 180 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार की ओर से दिए गए हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि 24 जून से अब तक 103 लोगों की जान जा चुकी है. चार दिनों में लगातार हुई बारिश के दौरान 37 लोगों ने जान गवाई, जबकि 16 लोग अब भी लापता हैं.

लंबित 315 करोड़ रुपए की राशि भी मांगी
हिमाचल प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार से भी दो हजार करोड़ रुपए की अंतरिम राहत की मांग की है, लेकिन अब तक के मदद नहीं मिल सकी है. देश के गृहमंत्री अमित शाह से आर्थिक मदद का आश्वासन मिला है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि प्रदेश सरकार फिलहाल अपने ही साधनों से लोगों तक राहत पहुंचाने का काम कर रही है. इसी कड़ी में सरकार ने पहले 75 करोड़ रुपए और दूसरी किस्त के तौर पर 188 करोड़ रुपए सभी 12 जिलों में राहत कार्य के लिए दिए हैं. इसके अलावा प्रदेश सरकार ने केंद्र से यह भी मांग उठाई है कि 15वें वित्त आयोग की सिफारिश के मुताबिक सरकार को 315 करोड़ रुपए की लंबित राशि भी जल्द जारी कर दी जाए.