हिमाचल में 18 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट, 790 सड़कें अभी भी बंद

Yellow alert for heavy rain in Himachal till July 18, 790 roads still closed
Yellow alert for heavy rain in Himachal till July 18, 790 roads still closed
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शिमला: हिमाचल में आपदा से जनजीवन अभी सामान्य भी नहीं हो पाया है। इस बीच मौसम विभाग ने 18 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य सरकार ने मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए प्रदेशवासियों और सैलानियों से सावधानी बरतने की अपील की है। इस दौरान उफनते हुए नदी-नालों, लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों, जलभराव वाले स्थानों पर नहीं जाने और गैर जरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है। बाढ़ और भारी बारिश ने राज्य में राजमार्गों और कई अन्य कनेक्टिविटी को नष्ट कर दिया है। पहाड़ी राज्य की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए, भारतीय वायु सेना ने न केवल बचाव अभियान शुरू किया है, बल्कि वहां फंसे लोगों को राहत और जरूरी सामान भी प्रदान कर रही है। राज्य सरकार के अनुसार, 60 हजार से ज्यादा टूरिस्टों को निकाला जा चुका है और इस समय राज्य में 790 सड़कें बंद हैं।

वहीं, भारतीय वायुसेना देश के बाढ़ प्रभावित इलाकों, खासकर हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत उत्तरी राज्यों में बाढ़ राहत अभियान चला रही है। भारतीय वायुसेना राहत अभियान में अपने एम-17 हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल कर रही है। 48 घंटों में 126 लोगों को बचाया गया है। इसके अलावा विभिन्न इलाकों में 17 टन राहत सामग्री पहुंचाई गई है।

हिमाचल में सड़क हादसे, छह की मौत
हिमाचल प्रदेश में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि गुरुवार देर रात मंडी जिले के सुंदरनगर-करसोग मार्ग पर खुशाला के पास एक वाहन के गहरी खाई में गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई और चार घायल हो गए। वहीं एक अन्य दुर्घटना में शिमला जिले की कुमारसैन तहसील में कुमारसैन-कीर्ति लिंक रोड पर एक गाड़ी खाई में गिर गई। इसमें एक युवक की मौत हो गई। मॉनसून सीजन में प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है।

8000 से अधिक लोगों ने कुल्लू-मनाली छोड़ा
हिमाचल प्रदेश में इस सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश के बाद सड़क नेटवर्क फिर से खुलने से पिछले तीन दिनों में 8,000 से अधिक लोग कुल्लू-मनाली क्षेत्र छोड़ चुके हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सुरम्य मणिकरण में अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं, इनमें बड़ी संख्या में इस्रायली भी शामिल हैं, जिन्होंने अपने वाहनों के बिना जगह छोड़ने से इनकार कर दिया है। कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल ने एक अपील में उनसे अपने गंतव्यों की ओर जाने को कहा। उन्होंने ट्वीट किया कि मणिकरण आदि में रहने वाले कुछ लोग अपने वाहनों से वापस जाना चाहते हैं। यही उनके बाहर निकलने में देरी का कारण है।