एक्ट्रेस ने पैंटी उतारी और पूरे मिस्र में मच गया बवाल, जानिए क्यों चर्चा में है ‘परफेक्ट स्ट्रेंजर्स’

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काइरो: मिस्र में इन दिनों नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म (Netflix first Arabic movie) परफेक्ट स्ट्रेंजर्स (Perfect Strangers) को लेकर बवाल मचा हुआ है। परफेक्ट स्ट्रेंजर्स (Perfect Strangers Story) सात दोस्तों की कहानी है। जिसमें एक डिनर पार्टी के दौरान सातों दोस्त अपने-अपने फोन में आने वाले मैसेजों को शेयर करने का फैसला करते हैं। इन मैसेजों से इन सातों दोस्तों के पॉर्न मैसेज शेयर करने, समलैंगिकता, वर्जिनिटी खोने और सीक्रेट लव अफेयर्स के राज खुलते हैं। यह सिनेमा के इतिहास की सबसे ज्यादा रीमेक की जाने वाली फिल्म है। 18 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध इस फिल्म ने वफादारी, दोस्ती और गोपनीयता पर बातचीत को बढ़ावा दिया है।

मूल्यों के विपरीत होने का दाव, पर नेटफ्लिक्स पर सुपरहिट
नेटफ्लिक्स के लेटेस्ट अरबी वर्जन में जारी फिल्म को लेकर एक अलग बहस छिड़ी हुई है। फिल्म में महिलाओं की कामुकता और एलजीबीटी अधिकारों के बारे में बात की गई है। जबकि, मध्य-पूर्व के देशों में इसे धार्मिक और पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ देखा जा रहा है। इस फिल्म के एक सीन में मिस्र की अभिनेत्री मोना जकी को पैंटी उतारते हुए दिखाए जाने पर सोशल मीडिया में भारी नाराजगी देखने को मिली है। परफेक्ट स्ट्रेंजर्स नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म है। 20 जनवरी को रिलीज होने के बाद परफेक्ट स्ट्रेंजर्स नेटफ्लिक्स पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्म बन गई है।

सांसद और कई लोगों ने की बैन की मांग
मिस्र के सांसद मुस्तफा बकरी ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि इस फिल्म ने पारिवारिक मूल्यों को टॉरगेट किया है। उन्होंने मिस्र की सरकार से नेटफ्लिक्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर डाली। इसके अलावा कई अन्य वर्गों के लोगों ने देश में फिल्म को प्रतिबंधित करने और समलैंगिकता के प्रचार पर मुकदमों की धमकी भी दी है। मिस्र में धार्मिक और पारिवारिक कारणों से एलजीबीटी समुदाय को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती है। कई दर्जन एलजीबीटी लोगों और कार्यकर्ताओं को मिस्र में मनमाने तरीके से गिरफ्तार भी किया जा चुका है।

फिल्म के समर्थन में उतरे सिनेमा जगत के लोग
मिस्र के एक्टर्स यूनियन के अध्यक्ष अशरफ जकी ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि वह अभिनेत्री मोना जकी के साथ खड़े हैं। कला की भूमिका … कठिन मुद्दों को संबोधित करना है, एक ऐसे समाज में जो स्वतंत्रता में विश्वास करता है। फिल्म निर्माता मारिया अब्देल करीम ने अल जजीरा से बात करते हुए कहा कि मिस्र क सिनेमा पारंपरिक रूप से कामुकता का प्रतिनिधित्व करने में अग्रणी था। मिस्र के सिनेमा में बेली डांसर्स का बहुत इस्तेमाल किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को अभी भी आमतौर पर पुरुषों को खुश करने, उन्हें लुभाने के लिए चित्रित किया जाता है।