मध्यप्रदेश की वो सीटें जहां बिगाड़ेगा तीसरा दल खेल !: कहीं त्रिकोणीय तो कहीं चतुष्कोणीय मुकाबला

Those seats in Madhya Pradesh where the third party will spoil the game!: Somewhere triangular and somewhere quadrangular contest
Those seats in Madhya Pradesh where the third party will spoil the game!: Somewhere triangular and somewhere quadrangular contest
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भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार का शोरगुल थमने के बाद प्रत्याशी डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर रहे हैं। कल 17 नवंबर को मतदान होगा। प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां तीसरे दल के प्रत्याशी बीजेपी और कांग्रेस का चुनावी समीकरण बिगाड़ेंगे। वहीं कई सीटों पर त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय मुकाबला है।

एमपी की वो सीटे जहां बिगाड़ेगा तीसरा दल खेल

चित्रकूट- बसपा उम्मीदवार सुभाष शर्मा (पूर्व बीजेपी भाजपाई)। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार संजय सिंह (कांग्रेस विधायक स्वर्गीय प्रेम सिंह के दामाद)। नागौद- पूर्व विधायक यादवेन्द्र सिंह बसपा से उम्मीदवार, यादवेन्द्र सिंह कांग्रेस से विधायक रहे है पार्टी ने टिकट नहीं दिया तो बसपा में शामिल हो गए। रैगांव- विधायनसभा बसपा उम्मीदवार देवराज अहिरवार बीजेपी-कांग्रेस को दे रहे टक्कर। सतना-भाजपा से बगावत कर बसपा के उम्मीदवार बने रत्नाकर चतुर्वेदी। सिरमोर- मध्यप्रदेश के पूर्व पुलिस अधिकारी बीडी पांडेय सिरमौर सीट से बसपा के उम्मीदवार ने मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया है। देवतालाब सीट-विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम अपने ही भतीजे और कांग्रेस उम्मीदवार पद्मेश गौतम का सामना कर रहे हैं। ब्राह्मण वोटों के विभाजन से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जयवीर सिंह सेंगर को फायदा मिल सकता है। सेंगर की पत्नी सीमा बसपा उम्मीदवार के रूप में 2018 में गिरीश गौतम से 1000 वोटो के मामूली अंतर से हार गई थी।

चतुष्कोणीय मुकाबला

सिंगरौली- सीट पर भाजपा के बागी चंद्र प्रताप विश्वकर्मा बसपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव रोचक बना दिया है। यहां भाजपा के अलावा दो महिला उम्मीदवार रेनू शाह( पूर्व मेयर और कांग्रेस उम्मीदवार) और सिंगरौली मेयर और आप की प्रदेशाध्यक्ष रानी अग्रवाल भी मैदान में हैं। निवाड़ी- समाजवादी पार्टी मीरा यादव मुकाबले में यहां त्रिकोणीय संघर्ष,सामने बीजेपी और कांग्रेस। भिंड़- बसपा से मौजूदा विधायक संजू कुशवाह। मुरैना- पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह के बेटे बीजेपी-कांग्रेस की मुश्किल बढ़ा रहे है यहां रुस्तम सिंह के बेटे राकेश रुस्तम सिंह बसपा से मैदान में है। अटेर और सीधी- बीजेपी के पूर्व विधायक केदार शुक्ला निर्दलीय ताल ठोक रहे है ये बीजेपी का खेल बिगाड़ रहे है। टीकमगढ़- पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव चुनाव मैदान में केके ने चुनाव को त्रिकोणीय बनाया।

नर्मदापुरम-बुरहानपुर में चतुष्कोणीय मुकाबला

जतारा- यहां मुकाबला चतु कोणीय मुकाबला है, समाजवादी पार्टी आर आर बंसल, आप से प्रभुदयाल खटीक चुनावी मैदान में है। नर्मदापुरम- बीजेपी के बागी भगवती चौरे ने मुकाबले को बनाया त्रिकोणीय ,यहां से कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवार दोनों सगे भाई है। बुरहानपुर में चतुष्कोणीय मुकाबला- बीजेपी के बागी हर्ष सिंह चौहान, AIMIM ने बिगाड़ा खेल। सुमावली- बसपा के कुलदीप सिकरवार ने मुकाबले को रोचक बनाया है। दीमनी-बसपा के उम्मीदवार बलवीर दंडोतिया ने मुकाबले को कड़ा किया है। गोटेगांव-निर्दलीय उम्मीदवार शेखर चौधरी पार्टी ने इनके टिकट कांग्रेस पार्टी ने पहले दिया था फिर काट दिया था। जावरा-निर्दलीय जीवन सिंह शेरपुर। जौरा-पूर्व विधायक सोनेराम कुशवाह बसपा से उम्मीदवार। सबलगढ़-बसपा से सोनेराम धाकड़ ये बीजेपी और कांग्रेस दोनों का खेल बिगाड़ रहे है। चंदला-चाचौड़ा- ममता मीणा आप से उम्मीदवार ये चाचौड़ा से विधायक भी रही है 2013 में। बंडा-आप से सुधीर यादव पूर्व सागर सांसद के बेटे।

निर्दलीय भी लगा रहे दम

भोपाल उत्तर- भतीजे आतिफ अकील के सामने आमिर अकील मैदान में ये कांग्रेस के गैम बिगाड़ रहे है। आलोट- पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है इन्होंने कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ा। महू-कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिहं दरबार निर्दलीय उम्मीदवार ये यहां कांग्रेस का खेल बिगाड़ रहे है। जावद-मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा का खेल बिगाड़ रहे है भाजपा के नेता रहे पूरनमल अहीर सकलेचा। धार में भी चतुष्कोणीय मुकाबला हो रहा है। पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा से बागी राजीव यादव पार्टी के खिलाफ मैदान में वहीं कांग्रेस से बागी कुलदीप सिंह बुंदेला निर्दलीय मैदान में है।